अजमेरः आखिर क्यों हैं नसीराबाद कैंट में एक माह से अंधेरा? हर दिन बढ़ रहा है काले कारनामों का ग्राफ
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अजमेरः आखिर क्यों हैं नसीराबाद कैंट में एक माह से अंधेरा? हर दिन बढ़ रहा है काले कारनामों का ग्राफ

Ajmer: राजस्थान के अजमेर के  नसीराबाद कैंट सेएक बड़ा मामला सामने आया है, आपको बता दें कि नसीराबाद कैंटोंमेंट सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण जगह है, पर यहां एक माह से अंधेरा पसरा हुआ है.आखिर क्यों? कौन है इसका जिम्मेदार और कब सुधरेंगे हालात.

 

अजमेरः आखिर क्यों हैं नसीराबाद कैंट में एक माह से अंधेरा? हर दिन बढ़ रहा है काले कारनामों का ग्राफ

Ajmer: अजमेर के नसीराबाद कैंटोंमेंट सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है. अंग्रेजो के खिलाफ मारवाड़ में बगावत का बिगुल अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति में यहीं से गुंजा था. जिसके चलते देश की महत्वपूर्ण छावनीयों में नसीराबाद अपना विशेष वजूद रखता है. लेकिन विडंबना की परिकाष्ठा है कि प्रशासनिक अव्यवस्था और सामजस्ता के अभाव के चलते कैंटोंमेंट नागरिक क्षेत्र के आमजन विभिन्न समस्याओं से त्रस्त हैं.

इतना ही नहीं बल्कि बीते लगभग 1 माह से शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों का कनेक्शन कट जाने के कारण शहर घोर अंधेरे में है. जिससे अप्रिय घटनाओं की वारदातों का ग्राफ निरंतर बढ़ता जा रहा है.

 अजमेर जिले के सांसद भागीरथ चौधरी ने नसीराबाद क्षेत्रवासियों से अभाव अभियोग सुनकर परेशानियों पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कड़ी नाराजगी जताई. सांसद भागीरथ चौधरी अचानक नसीराबाद पहुंचे। जहां पर नगरवासियों के शिष्टमंडल ने उनसे मुलाकात करके बीते काफी दिनों से पूरे शहर की सार्वजनिक पथ बत्तियां बंद होने से घोर अंधेरे में हो रही परेशानियों से अवगत कराया.

नगरवासियों ने बताया कि लगभग 1 माह से स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण रात को शहर में घोर अंधेरा पसर जाता है और इस अंधेरे का लाभ उठाकर चोर अपनी करतूतों को अंजाम देने से नहीं चूक रहे हैं.

 इतना ही नहीं बल्कि घोर अंधेरे में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन अथवा अन्य स्थान से किसी भी व्यक्ति का घर पहुंचना पीड़ादायक हो जाता है. अंधेरे में महिलाओं, युवतियों, बच्चों, वृद्ध व्यक्तियों का पहुंचना भी जोखिम भरा हो चुका है. रात को असामाजिक तत्व, आवारा कुत्तों और जानवरों के झुंड से भी भय बना रहता है. नगरवासियों की परेशानियां सुनकर सांसद भागीरथ चौधरी ने अव्यवस्थाओं आर्श्चाय व्यक्त करते हुए लापरवाही पर बिफर पड़े.

सांसद चौधरी ने कहा कि यहां की जनता के सहन करने की भी एक सीमा होती है. इतनी ज्यादा अवस्थाएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मौके पर मौजूद छावनी परिषद के वैरीड बोर्ड सदस्य सुशील गदिया के कार्यों पर भी असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जनता की समस्या के प्रति आवाज उठाई जाए.

जनप्रतिनिधि का कार्य है कि जनता की समस्याओं को संबंधित अधिकारियों तक पहुंचा कर उसका समाधान कराया जाए। सिर्फ पद पर आसीन होने से समस्याओं का समाधान नहीं होता. समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करने पड़ते हैं. 

नसीराबाद की जनता हाउस टैक्स के साथ में वाटर टैक्स और विद्युत टैक्स आदि अदा कर रही है तो उनका मौलिक अधिकार है कि उन्हें पानी बिजली सफाई आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. आमजन के मौलिक अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सांसद चौधरी ने जिला कलेक्टर अंशदीप से दूरभाष पर बातचीत करके नसीराबाद में बीते कई दिनों से बंद पड़ी सार्वजनिक विद्युत व्यवस्था को सुचारू कराने की जानकारी दी.

उल्लेखनीय है कि लगभग एक माह से शहर की सभी स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन विद्युत विभाग ने विच्छेद कर दिया था. विद्युत विभाग का कहना है कि छावनी परिषद पर लगभग 30 लाख रुपए बिजली का बिल बकाया होने और कई बार कहने के बावजूद भी जमा नहीं कराया गया. जिसके चलते विद्युत कनेक्शन विच्छेद करना पड़ा. 

वहीं, दूसरी तरफ छावनी परिषद ने सदस्य सुशील गदिया ने बताया कि विद्युत विभाग पर लगभग 60 लाख रूपए बकाया है. लेकिन उन्होंने कोर्ट से स्टे ले लिया। हालात जो भी हो लेकिन इतना जरूर है कि दोनों विभागों के सामजस्यता के अभाव में आमजन को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है.

 इतना ही नहीं बल्कि घोर अंधेरे में चोरी की वारदातें निरंतर बढ़ती जा रही है. घोर अंधेरे में आमजन बेहद परेशानियां भूगतने के लिए विवश है. सांसद भागीरथ चौधरी को शहर की समस्याएं अवगत कराते वक्त पार्षद महेद्र डाबी, सुशील गदिया, श्यामसिंह सांखला, मुकेश गहलोत, भगवानदास, सुमित, हनुमान, अशोक सोनगरा आदि मौजूद थे.

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