Delhi News: महाकुंभ जाने की होड़, सिस्टम की लापरवाही और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उमड़ी बेकाबू भीड़, जिसमें कई लोगों की जान चली गई. मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है. सवाल ये भी कि देर शाम से घटना घटने तक क्या रेलवे के जिम्मेदार अफसर गहरी नींद में सोए थे? आइए जानते हैं खौफनाक रात की कहानी और सिस्टम का सच.
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New Delhi Railway Station Stamped news: तारीख 15 फरवरी... जगह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देर शाम से रात के 09.30 बजे तक दिख रहे जनसैलाब से अनहोनी की आशंका जोर पकड़ चुकी थी. महाकुंभ और बिहार की तरफ जाने वाले हजारों यात्री स्टेशन पर इंतजार कर रहे थे. प्लेट फॉर्म नंबर-13 और 14-15 पर भीड़ का दबाव सबसे ज्यादा था. पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस फ्लेटफॉर्म 14 पर और प्लेटफॉर्म 15 पर जम्मू की ओर जाने वाली संपर्क क्रांति खड़ी थी कि तभी अचानक अनाउसमेंट होता है - यात्रीगण कृपया ध्यान दें. प्रयागराज जाने वाली स्पेशन ट्रेन प्लेट फॉर्म नंबर 16 पर खड़ी है.
इतना सुनते ही प्लेट फॉर्म 14 पर खड़ी भीड़ अचानक प्लेटफॉर्म नंबर 16 की तरफ दौड़ पड़ती है और फिर अगले चंद मिनटों में मौत का वो मंजर नई दिल्ली स्टेशन पर था. जिसकी कल्पना से ही रूह थर्रा उठे.
DCP, रेलवे, केपीएस मल्होत्रा ने कहा, 'एक स्पेशल ट्रेन रेलवे की तरफ से चलनी थी. उस स्पेशल ट्रेन की अनाउसमेंट जरूर हुई. रात में 9 बजे के आसपास जो ट्रेनें थीं. उस टाइम पर क्राउड अचानक बढ़ा. ZEE NEWS की पड़ताल पर रेलवे के अफसर भी मुहर लगा रहे हैं कि किस तरह अनाउसमेंट के बाद भगदड़ मची और पूरा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन श्मशान में तब्दील हो गया.
लेकिन सवाल ये भी मौजू हैं-
भीड़ का अंदाजा लगाने का मैकेनिज्म क्यों फेल हो गया ?
क्षमता से ज्यादा भीड़ कैसे इक्कठा हुई?
सीसीटीवी से नजर क्यों नहीं रखी गई?
ऐसे तमाम सवाल हैं जिनके जवाब रेलवे अधिकारियों और जिम्मेदारों के देने होंगे.
भगदड़ को लेकर अबतक कई थ्योरी सामने आई हैं. लेकिन हर थ्योरी की वजह एक ही है. लापरवाही और ऐन वक्त पर नई ट्रेन का ऐलान.
लेकिन जब प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी भीड़ अचानक 12 और 16 नंबर प्लेटफॉर्म की तरफ भागी तो. एक्चुअल में हुआ क्या था? वो समझना बेहद जरूरी है.
कुछ लोगों का दावा है कि प्लेटफॉर्म नंबर-12 पर नई ट्रेन के ऐलान से भगदड़ मची. कुछ लोगों का दावा है कि ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलने से भगदड़ मची. कुछ भगदड़ वाली जगह दोनों प्लेटफॉर्म को जोड़ने वाली सीढ़ियों को बता रहे हैं. इस कहानी में 2 ट्रेन के लेट होने का किरदार भी है. लेकिन भगदड़ की असल वजह क्या है? इसकी पड़ताल में ZEE NEWS को जो पता चला वो सन्न कर देने वाला है.
फिर से बताते हैं कि रेल अफसरों ने क्या कहा?
14 नंबर प्लेटफॉर्म पर प्रयागराज एक्सप्रेस आने वाली थी. लोग उसका इंतजार कर रहे थे. इस बीच 12 नंबर प्लेटफॉर्म से स्पेशल ट्रेन का अनाउसमेंट हुआ. तो लोग 14 से 12 नंबर की तरफ अप्रत्याशित रूप से जाने लगे. यानी दोपहर तक जिस कहानी में प्लेटफॉर्म नंबर 16 का जिक्र था अब उसमें प्लेटफॉर्म नंबर 12 की एंट्री हो गई. खैर अफसरों की कन्यूजन छोड़िए और दूसरी वजह पर गौर कीजिए
भगदड़ की दूसरी वजह - सीढ़ियों पर भीड़ का बढ़ना
ग्राउंड पर हमने जब सीढ़ियों पर हादसे की पड़ताल की तो मंजर होश उड़ाने वाला था.
चश्मदीदों...अफसरों और ग्राउंड की पड़ताल से जो समझ आया उसमें हादसे की वजहे निकल कर सामने आईं.
पहली वजह
स्टेशन पर भीड़ का मैनेजमेंट ना होना
दूसरी वजह
नई ट्रेन का अचानक ऐलान होना
तीसरी वजह
स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए लोगों का अंधाधुंध भागना
चौथी वजह
मौके पर पुलिस फोर्स की कमी
पांचवी वजह
बिना इंतजाम हर घंटे 1500 जनरल टिकट बेचना
यानी पहले बेहिसाब टिकट बेंचे गए. फिर स्टेशन पर ट्रेनों की मौजूदी नहीं मिली. भीड़ बढ़ती गई और अचानक नए प्लेटफार्म पर नई ट्रेन का ऐलान. जिसके पकड़ने के लिए भागी भीड़ ने वो दर्द दिया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के इतिहास पर कालिख की तरह चिपक गया.