MP में है 2 हजार साल पुराना ऐतिहासिक मंदिर, राजा ने 12 बार देवी को चढ़ाया था अपना शीश

Harsh Katare
Jan 31, 2025

उज्जैन

बाबा महाकाल की नगरी में 2 हजार साल से भी ज्यादा पुराना मदिंर है, यह 51 शक्तिपीठों में से एक है.

मां हरसिद्धि

यह प्रसिद्ध मंदिर महाकाल मंदिर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है, मंदिर में मां हरसिद्धि विराजमान हैं.

शक्तिपीठ

पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस जगह पर माता सति की कोहनी गिरी थी, यह एकमात्र ऐसा स्थान है जहां ज्योर्तिलिंग के साथ शक्ति पीठ भी विराजमान हैं.

सम्राट विक्रमादित्य करते थे पूजा

उज्जैन के इस मंदिर में एक समय सम्राट विक्रमादित्य भी सिद्धि के लिए पूजा किया करते थे.

तांत्रिक क्रियाएं

कई तांत्रिक आज भी इस मंदिर में तंत्र सिद्धि के लिए तरह-तरह के अनुष्ठान करते हैं.

राजा विक्रमादित्य को मिली थी सिद्धि

ऐसा माना जाता है कि राजा विक्रमादित्य को यहीं से श्री यंत्र की सिद्धि प्राप्त हुई थी, इसके बल पर भी उन्होंने पूरे देश पर राज किया था.

राजा विक्रमादित्य के सिर

लोक कथाओं के अनुसार, मंदिर में जो सिंदूर चढ़े हुए जो सिर हैं वो राजा विक्रमादित्य के ही हैं.

12 बार चढ़ाया सिर

राजा विक्रमादित्य ने माता को प्रसन्न करने के लिए 12 बार अपना सिर काटकर चढ़ाया था, 11 बार सिर वापस आ गया.

शासन का हुआ अंत

जब विक्रमादित्य ने 12वीं बार अपना सिर काटकर चढ़ाया तो वापस नहीं आया, इसी साल से उनके 144 वर्ष के शासन का अंत माना जाने लगा.

VIEW ALL

Read Next Story