MP Largest Butterfly Garden: नए साल के पहले दिन मध्य प्रदेश के तमाम धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थलों पर लोगों भीड़ देखी गई. खंडवा जिले का तितली पार्क भी पर्यटकों को खूब लुभा रहा है. वन विभाग द्वारा प्रकृति की गोद में यह तितली पार्क तैयार किया गया है. यहां 60 तरह की रंग बिरंगी तितलियों के साथ ही रंग बिरंगे फूल, पार्क से लगा जंगल ,समुद्र की तरह दिखने वाला इंदिरा सागर बांध का बैकवाटर है जो पर्यटकों को आकर्षित करता है.
खंडवा के इंदिरा सागर बांध के बैकवाटर में स्थित बटरफ्लाई गार्डन में इन दिनों रंग-बिरंगी तितलियों की बहार है. लगभग 60 प्रजातियों की हजारों तितलियां इस गार्डन में उड़ान भरते हुए देखी जा रही हैं.
इनमें प्लेन टाइगर, स्ट्रैप टाइगर, ब्लू टाइगर, कॉमन क्रो, कॉमन रोज, कॉमन मोर्मन, ग्रेट एगफ़लाई, लेमन पेंसिल, बारोंनेट, कॉमन पिरोट, सहित अन्य प्रजातियों की तितलियां शामिल हैं, जो इस बैक वाटर पार्क में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं.
मध्य प्रदेश के सबसे मॉडर्न बटरफ्लाई गार्डन में स्टील और जालियों का बड़ा डोम स्थापित किया गया है. इसके भीतर तितलियों के लिए आवश्यक पौधे लगाए गए हैं। इन्हीं होस्ट प्लांट पर तितलियां अंडे देती हैं और नेक्टर प्लांट से भोजन प्राप्त करती हैं.
वाइल्ड विशेषज्ञ और तितली पार्क में काम कर रहे धर्मेंद्र पारे ने बताया कि तितली पार्क में दो तरह के पौधे लगाए गए हैं. इनमे होस्ट और नेक्टर प्लांट शामिल हैं. होस्ट प्लांट पर तितलियां अंडे देती हैं और नेक्टर प्लांट से भोजन प्राप्त करती हैं. तितलियों का जीवन 30 से 45 दिनों का होता है. तितलियों के संसार को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं.
आने वाले दिनों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग द्वारा बांध के बैक वाटर में सैलानियों को कई तरह की सुविधा देने की तैयारियां की जा रही है. जिसमें बोटिंग के साथ-साथ बर्ड वाचिंग होगी. बांध के बैक वाटर में कई तरह के टापू हैं. वन विभाग इन्हें भी विकसित करने की प्लानिंग कर रहा है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़