Madhya Pradesh Home Stay: मध्य प्रदेश में 'होम स्टे' का आनंद अब और शानदार होने वाला है, क्योंकि प्रदेश में 100 नए होम स्टे की तैयारी चल रही है.
मध्य प्रदेश में विलेज टूरिज्म के तहत 100 होम स्टे जोड़े जाएंगे, जिसके तहत 100 गांवों को चिन्हिंत किए जाएंगे, जिन्हें होम स्टे के हिसाब से डेवलप किया जाएगा, ताकि पर्यटकों को फायदा मिल सके.
बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक होम स्टे के लिए पूरे प्रदेश में 321 गांवों को होम स्टे के हिसाब से बनाया गया है, जबकि अब 100 नए गांव और जुड़ने से प्रदेश में होम स्टे की संख्या 425 हो जाएगी.
पर्यटन विभाग ऐसे 100 गांवों को चिन्हिंत करेगा जहां जल-जंगल जमीन सबकुछ होगा. इसके लिए तीन कैटेगरी बनाई गई हैं, जिसमें होम स्टे, फार्म स्टे और ग्राम स्टे को शामिल किया जाएगा. इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं, जिसके लिए आवेदन बुलाए जा रहे हैं.
जिन गांवों में होम स्टे की सुविधा दी जाएगी, उनके आसपास जंगल होगा, खेत में बीचों बीच घर बना होगा, इसके अलावा जहां पर्यटकों की सुरक्षा और निजता का पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि पर्यटकों को शांति का अनुभव हो.
पर्यटकों को यहां पूरी तरह से ग्रामीण जीवन शैली जीने का मौका मिलेगा, जहां देसी खाना, बैलगाड़ी, गांव खलिहान में भ्रमण, अकाउंटिंग, हाउसकीपिंग, गेस्ट हाउस प्रबंधन के साथ-साथ फोटोग्राफी का भी मजा होगा.
मध्य प्रदेश के तीन गांव प्राणपुर, साबरवानी और लाड़पुरा होम स्टे के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के रूप में केंद्र सरकार की तरफ से सम्मानित भी किया जा चुके है, खास बात यह है कि इन गांवों का सिलेक्शन देश के 900 गांवों में से हुआ था.
खास बात यह है कि मध्य प्रदेश में पर्यटन की वजह से कई रोजगार मिलते हैं, ऐसे में 100 नए गांव और होम स्टे में जुड़ने से लोगों को रोजगार भी मिलेगा, क्योंकि यहां होम स्टे के लिए स्थानीय लोगों के घरों को ही डेवलप किया जाता है.
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