indore news mp: इंदौर और इंदौर वासियों के लिए काफी गौरव की बात है कि, एमपी का यह जिला दुनिया के चुनिंदा 31 वेटलैंड सिटीज में शामिल हुआ है. इंदौर के स्वच्छता से तो हर कोई वाकिफ है और यूनेस्को (UNESCO)ने इंदौर को वेटलैंड सिटी में शामिल कर अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाई है. इसके साथ ही इंदौर भारत का पहला 'वेटलैंड सिटी' बन गया है.
वेटलैंड ऐसी जमीन को कहा जाता है, जहां काफी नमी हो. ऐसी जमीन ज्यादातर नदियों के किनारे पर ही मिलती है या फिर जहां बारिश का पानी इक्ट्ठा होने की व्यवस्था हो.
इंदौर में तो कई तलाबें स्थित है और इन्ही तलाबों की वजह से इंदौर 'वेटलैंड सिटी' कहलाता है. इंदौर को दो तालाब- सिरपुर और यशवंत सागर अब रामसर साइट से भी जाना जाएगा.
अपनी स्वच्छता के लिए जाना जाने वाला एमपी का शहर इंदौर भारत का पहला 'वेटलैंड सिटी' कहलाता है. यूनेस्को के रामसर सम्मेलन में इंदौर को 31 वेटलैंड सिटी की लिस्ट में शामिल कर नई पहचान दिलाई है.जिससे अब इंदौर का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाना जाएगा.
इंदौर ने यूनेस्को के रामसर सम्मेलन में अपने दो तालाबों- सिरपुर और यशवंत सागर को शामिल किया था. इन दोनों तलाबों को सुरक्षित और साफ रखने के लिए कई प्रयास किए गए थे. तलाब के साथ -साथ वहां की जमीन और जीव-जंतु को भी सुरक्षित रखने का काम किया गया था.
वेटलैंड सिटी का उद्देश्य होता है कि, जो भी शहर अपने यहां स्थित झीलों, नदियों के पानी और वहां के इलाकों को बचाने और वहां रहने वाले जीव-जंतुओं की देखभाल करने में सक्षम होते हैं, उन शहरों के इस सम्मान के साथ वेटलैंड सिटी का दर्जा दिया जाता है.
भारत में लगभग 82 रामसार साइट मौजूद हैं जिन्में सबसे ज्यादा तमिलनाडू में मौजूद हैं. अब एमपी के इंदौर में भी दो तालाबों को रामसार साइट घोषित करने के साथ, भारत का पहला वेटलैंड सिटी बन गया है.
इंदौर के दोनों तलाबों को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलने के बाद यहां पर्यटन के अवसर और बढ़ जाएंगे. इंदौर को अब एक और पर्यटक स्थल की पहचान मिलेगी.
ट्रेन्डिंग फोटोज़