MP News: मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए एक बड़ी योजना लेकर आई है, इस योजना से कामकाजी और बाहर रहने वाली महिलाओं को रहने के लिए आसानी से कम बजट में सस्ते हॉस्टल मिलेंगे.
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने कामकाजी महिलाओं यानी वर्किंग वुमन के लिए 'वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना' शुरू करने का फैसला लिया है. इस योजना के तहत प्रदेश की वर्किंग वुमन इस योजना के पात्र होंगी.
वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना का फायदा उन महिलाओं को मिलेगा जो नौकरी के चलते अपने घर से दूर रह रही है. घर से दूर रह रही महिलाओं को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है.
वर्किंग वुमन हॉस्टल योजना के तहत इन महिलाओं को रहने के लिए सुविधाओं से भरपूर एक सुरक्षित हॉस्टल दिया जाएगा जो कि काफी सस्ता होगा. सरकार करोड़ों की लागत में महिलाओं के लिए हॉस्टल बना रही है.
इस योजना के तहत एमपी के दो शहरों में हॉस्टल बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. जबलपुर और ग्वालियर में हॉस्टलों के निर्माण का कार्य जारी है.
जबलपुर और ग्वालियर के बाद इंदौर और उज्जैन में भी हॉस्टल बनाए जाएंगे ताकी वहां की महिलाएं भी इस योजना का लाभ ले सकें. इस योजना के तहत महिला को मैक्सिमम 3 साल तक रहने की सुविधा प्राप्त होगी. असाधारण परिस्थितियों में 5 साल से ज्यादा का प्रवास नहीं होना चाहिए.
कामकाजी महिला जिनकी monthly income महानगरों में 50,000 रुपये या अन्य शहरों में 35,000 रुपये से कम है, तो उन्हें हॉस्टल में रहने की सुविधा मिल सकती है.महिलाएं जो पहले से ही हॉस्टल में रह रही हैं और उनकी monthly income दिए गए रूपये से अधिक हो जाती है, तो उन्हें 6 महीने के भीतर ही हॉस्टल छोड़ना पड़ेगा.
योजना के तहत समाज के कमजोर वर्ग की महिलाओं और विकलांग महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस योजना का लाभ अविवाहित, विधवा, तलाकशुदा, अलग रह रही, या विवाहित महिला जिनके पति या परिवार उसी शहर में नहीं रहते हैं वे महिलाएं योजना का लाभ ले सकती हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़