MP Patwari Exam: पटवारी परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर एमपी में सियासत तेज हो गई. कांग्रेस ने स्थिति की तुलना व्यापमं घोटाले से करते हुए कहा है कि जरूरत पड़ने पर वह अदालत जाएगी. वहीं बीजेपी ने आरोपों को लेकर कहा कि कांग्रेस को इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में उठाना चाहिए था.
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MP Patwari Recruitment Exam: मध्यप्रदेश (MP News) में पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर एमपी सरकार पर गंभीर आरोप लगे हैं. मीडिया के सामने ग्वालियर विधायक और ऊर्जा मंत्री ने साधी चुप्पी. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह कोर्ट जाएगी. कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश में व्यापमं सीरीज चल रही है. भाजपा साजिश और भ्रष्टाचार से लोगों का भविष्य अंधकार में धकेल रही है. कांग्रेस लोगों का भविष्य बचाने की कोशिश करेगी. जरूरत पड़ी तो कांग्रेस न्यायपालिका तक जायेगी. ये बीजेपी नेता का कॉलेज है, पहले भी अन्य परीक्षाओं में ऐसा हो चुका है.
Vyapam Ghotala: पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी पर Kamalnath ने शिवराज सरकार को घेरा, बता दिया चरित्र
कांग्रेस फालतू जगह जाकर बात कर रही है: कमल पटेल
बता दें कि कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जब विधानसभा का सत्र चल रहा है तो कांग्रेस ने इस मुद्दे को सदन में नहीं उठाया. कांग्रेस फालतू जगह जाकर बात कर रही है. अगर कहीं गड़बड़ी है तो सरकार ने सख्त से सख्त कार्रवाई की है. आगे भी कार्रवाई करेगी, लेकिन कांग्रेस को विधानसभा मामला उठाना था. ग्वालियर के NRI कॉलेज को लेकर जब ग्वालियर से ही विधायक और सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली और मीडिया के सामने मुंह बंद कर भाग निकले.
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने लिखा पत्र
मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल की ओर से आयोजित पटवारी परीक्षा का परीणाम जारी होने के बाद अब उसे लेकर सवाल उठने लगे हैं. PCC चीफ कमलनाथ ने इस मामले पर शिवराज सरकार को घेरा है. उन्होंने घोटाला करना शिवराज सरकार का चरित्र बताया है. कमलनाथ के अलावा विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इस मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह राजपूत ने CM शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इस मामले में उन्होंने पटवारी परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही रिजल्ट को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रिजल्ट देखकर ऐसा लगता है बड़ी गड़बड़ी हुई है. 10 में 7 टॉपर कैसे NRI कॉलेज सेंटर के हो सकते हैं. हिंदी में साइन करने वालों के 25 में से 25 कैसे आए.NRI कॉलेज में जिन अभ्यर्थियों का सेंटर आया उनमें 1 हजार स्टूडेंट सिलेक्ट हुए.
रिपोर्ट: आकाश द्विवेदी(भोपाल)