cg tourism: छत्तीसगढ़ में धीरे-धीरे गर्मियां दस्तक देने लगी हैं. ठंड भी खत्म हो रही है और मौसम भी सुहाना होता जा रहा है. ऐसे में लोग फैमिली वेकेशन प्लान जरूर बनाते हैं ताकि वो अपने परिवार के साथ समय बिता सकें. अगर आप भी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो शिमला, मसूरी का आइडिया छोड़िए और छत्तीसगढ़ की इन जगहों को एक्सप्लोर कीजिए.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थित है एक खूबसूरत सरोधा दादर गांव. ये गांव कबीरधाम जिले से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सरोदा दादर आकर आपको बिलकुल शिमला और मसूरी जैसे ठंड का एहसास होगा.
दरअसल कबीरधाम जिला छत्तीसगढ़ के मैकल पर्वत की तलहटी(foothills) पर बसा हुआ है जिसकी वजह से यहां का मौसम ठंडा ही रहता है और यहाँ चिल्फी घाटी जैसी जगहें मौजूद हैं जिसे कभी-कभी 'छत्तीसगढ़ का कश्मीर' भी कहा जाता है.
चिल्फी घाटी की बात करें तो ये सरोदा दादर से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है अगर स्वर्ग को करीब से देखना हो तो चिल्फी घाटी जरूर जाएं. यहां का हरियाली और नजारा देख आपको शायद कुछ दिन और यहां रूकने का दिल कर जाए.
सरोधा दादर गांव में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड ने लगभग 11 एकड़ जमीन पर एक खास रिसॉर्ट बनवाया है, जिसका नाम है बैगा एथनिक रिसॉर्ट है. इसे बनाने में लगभग 13 करोड़ रुपए लगे हैं.
सरोधा दादर गांव में टूरिस्ट के रूकने के लिए बेहतर इंतजाम है. छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा बने एथनिक रिसॉर्ट में ही आपको इको-फ्रेंडली घर मिल जाएंगे जिसे 'इको लॉग हट्स' कहते हैं.
यहाँ खाने-पीने के लिए एक कैफेटेरिया भी दिया गया है, जहां गांव जैसा माहौल और खाना दोनों मिलता है जिसका मतलब है कि यहां रहकर टूरिस्ट प्रकृति के आनंद के साथ छत्तीसगढ़ की संस्कृति को भी करीब से जान सकते हैं.
यहां साल भर टूरिस्ट आते रहते हैं, सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि दुनियां के कोने- कोन से भी सरोधा दादर गांव में टूरिस्टों की भीड़ दिखाई देती है. इंग्लैंड, स्विट्ज़रलैंड, और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को इस जगह से मानो लगाव सा हो गया है. हर साल आपको इन विदेशी देशों के टूरिस्टयहां मिल जाएंगे.
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