Anand Mahindra: आनंद महिंद्रा का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब कोटा में एक बार फिर छात्रों के सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने छात्रों को एक ऐसा संदेश दिया है जो सबको पढ़ना चाहिए.
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Kota Suicide: हाल ही के दिनों में राजस्थान के कोटा से कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं सामने आ रही हैं. वहां रहने वाले छात्र लगातार सुसाइड कर रहे हैं. ये वे छात्र हैं जो विभिन्न तरह की परीक्षाओं के लिए तैयारी करने जाते हैं. इसी कड़ी में बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा का एक ट्वीट चर्चा में है. उन्होंने सशल मीडिया पर कोटा को लेकर चिंता जाहिर की है और इसके साथ ही छात्रों को बहुत ही अच्छी सलाह दी है.
दरअसल, एक यूजर के एक सवाल के जवाब में आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा है कि इस तरह की खबर से मैं भी उतना ही परेशान हूं जितना आप हैं. देश के इतने उज्ज्वल भविष्यों को खत्म होते देखना मेरे लिए दुखद है. ऐसे मामलों में मेरे पास शेयर करने के लिए कोई बड़ा ज्ञान नहीं है, लेकिन कोटा के हर छात्र को जीवन के इस पड़ाव पर आपका टारगेट खुद को साबित करना नहीं, बल्कि खुद को ढूंढ़ना होना चाहिए. किसी परीक्षा में सफलता नहीं मिलना आत्मखोज की यात्रा का एक हिस्सा है.
उन्होंने आगे लिखा कि इसका मतलब ये भी हो सकता है कि आपकी असली प्रतिभा कहीं और है, इसलिए खोजते रहिए, ट्रैवल करते रहिए. आप आखिरकार खोज लेंगे कि क्या ऐसी चीज है, जो आपके अंदर सर्वश्रेष्ठ है. असल में उनका ट्वीट ऐसे समय में आया है जब इस साल कोटा में सुसाइड के मामलों में पिछले साल से भी ज्यादा तेजी देखी गई है. आनंद महिंद्रा ने भी बढ़ते सुसाइड मामलों पर चिंता जताते हुए यह बात कही है.
I am as disturbed as you are by this news. Tragic to see so many bright futures being extinguished. I don’t have any great wisdom to share. But I would want to tell every student in Kota that your goal at this stage of life is not to prove yourself but to FIND yourself. Lack of… https://t.co/2zWUUnEE6X
— anand mahindra (@anandmahindra) August 29, 2023
आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर खूब सक्रिय रहते हैं और आए दिन कुछ न कुछ मोटिवेशनल व फनी पोस्ट करते रहते हैं. इधर कोटा की बात करें तो यहां इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और मेडिकल कॉलेजों के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हर साल दो लाख से अधिक छात्र पहुंचते हैं. कोटा को कोचिंग हब कहा जाता है. लेकिन वहां ऐसे डरावने मामले लगातार आ रहे हैं.