Delhi Assembly Election 2025: शुक्रवार को AAP के सात विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इन विधायकों ने टिकट न मिलने के कारण पार्टी के प्रति नाराजगी जताई है. वहीं आप ने इस विधायकों को टिकट क्यों नहीं दिया इसका कारण बताया है.
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Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए केवल पांच दिन रह गए हैं और आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ा झटका लगा है. शुक्रवार को सात विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इन विधायकों ने टिकट न मिलने के कारण पार्टी के प्रति नाराजगी जताई है. इन विधायकों में से ज्यादातर विधायकों ने अपने इस्तीफे सोशल मीडिया पर शेयर किए और आप पर भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों को लेकर हमला किया. मदन लाल, जो कस्तूरबा नगर से विधायक थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने और छह अन्य विधायकों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
दिल्ली के इन सात विधायकों ने AAP से दिया इस्तीफा
कस्तूरबा से मदन लाल के अलावा भावना गौड़ (पालम), नरेश यादव (महरौली), रोहित महरौलिया (त्रिलोकपुरी), पवन शर्मा (आदर्श नगर), बीएस जूण (बिजवासन) और राजेश ऋषि (जनकपुरी) शामिल हैं.
इसके बाद AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने विधायकों द्वारा लगाए गए आरोपों को स्पष्टता देते हुए कहा कि पार्टी द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में यह सामने आया कि ये सभी अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जनता के लिए उपलब्ध नहीं थे. उन्होंने कहा, हमने उन्हें टिकट नहीं दिए क्योंकि सर्वे के नतीजे अनुकूल नहीं थे.
नए चेहरों के साथ चुनावी तैयारी
आप ने 5 फरवरी को होने वाले चुनावों के लिए 16 मौजूदा विधायकों को नए चेहरों से बदल दिया है. नरेश यादव को पहले मेहरौली से टिकट दिया गया था, लेकिन उन्हें दिसंबर में एक मामले में सजा के कारण बदल दिया गया.
भावना गौड़ का इस्तीफा पत्र
भावना गौर ने पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए अपने इस्तीफा पत्र में लिखा, "मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं क्योंकि मैंने आप और आपके प्रति विश्वास खो दिया है. वह पालम से दो बार विधायक रह चुकी हैं.
त्रिलोकपुरी से रोहित मेहरौलिया का इस्तीफा
त्रिलोकपुरी से आप विधायक रोहित मेहरौलिया ने भी अपने इस्तीफा पत्र को साझा किया. उन्होंने कहा, मैं ऐसे लोगों से अपना संबंध समाप्त कर रहा हूं जो केवल बाबा साहेब (अंबेडकर) की तस्वीर चाहते हैं, न कि उनकी विचारधारा.
राजेश ऋषि का बयान
जनकपुरी विधायक राजेश ऋषि ने कहा आप भ्रष्टाचार रहित दिल्ली सुनिश्चित करने के लिए अन्ना हजारे के आंदोलन से जन्मी थी, लेकिन अब यह भ्रष्ट हो गई है. उन्होंने अपना इस्तीफा दिल से दिया.
रितुराज झा का बयान
किरारी विधायक रितुराज झा, जिन्हें इस बार आप द्वारा टिकट नहीं दिया गया. उन्होंने उन विधायकों पर हमला किया, जिन्होंने पार्टी छोड़ी. उन्होंने कहा, इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.
दिल्ली चुनावों का महत्व
दिल्ली चुनाव को आप के मॉडल और उसके नेता केजरीवाल पर एक जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है. आप तीसरी बार अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 25 साल के अंतराल के बाद दिल्ली में सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव 5 फरवरी को होने हैं, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. चुनावी माहौल में यह घटनाक्रम आप के लिए एक नई चुनौती पेश करता है.