Haryana Create World Largest 10000 Acre Safari Park : हरियाणा में बनने वाला यह जंगल सफारी पार्क पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला प्रोजेक्ट साबित हो सकता है. इससे वन्यजीवों को सुरक्षित माहौल मिलेगा, स्थानीय समुदायों को रोजगार मिलेगा.
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Worlds Largest Jungle Safari Park: हरियाणा सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. राज्य के गुरुग्राम और नूंह जिले में दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क विकसित करने की योजना बनाई जा रही है. यह पार्क अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थापित किया जाएगा, जहां पर्यटकों को वन्यजीवों और प्रकृति का अनूठा अनुभव मिलेगा.
कितना बड़ा होगा जंगल सफारी पार्क?
इस जंगल सफारी पार्क का कुल क्षेत्रफल 10,000 एकड़ में फैला होगा, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा क्यूरेटेड जंगल सफारी पार्क बनाएगा. अभी तक शारजाह (यूएई) में स्थित जंगल सफारी पार्क सबसे बड़ा माना जाता है, जो लगभग 2,000 एकड़ में फैला हुआ है. अरावली में बनने वाला यह पार्क शारजाह सफारी से पांच गुना बड़ा होगा, जिससे यह न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा.
क्या होंगी खासियतें?
यह जंगल सफारी पार्क कई अलग-अलग जोन में विभाजित होगा, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को रोमांचक अनुभव मिलेगा. इन जोन में शामिल होंगे.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
हरियाणा सरकार इस प्रोजेक्ट में स्थानीय समुदायों को भी शामिल करने की योजना बना रही है. स्थानीय लोगों को पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा. इसके तहत होम-स्टे जैसी योजनाएं लागू की जाएंगी, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
अरावली क्षेत्र की जैव विविधता
अरावली पर्वत श्रृंखला जैव विविधता से समृद्ध क्षेत्र है. हाल के एक सर्वेक्षण के अनुसार, इस इलाके में 180 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां, 15 प्रकार के स्थलीय जीव, 29 प्रकार के जलीय जीव और 57 तरह की तितलियां पाई जाती हैं. यह सफारी पार्क इस समृद्ध जैव विविधता को और अधिक संरक्षित करने में मदद करेगा.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस पार्क के बनने से हरियाणा राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यह न केवल देशभर से बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों को आकर्षित करेगा. सरकार का उद्देश्य इसे विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करना है, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी.
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