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Vintage Car Exhibition : क्लासिक कारों के ऐतिहासिक वैभव के साथ दिखा हुस्न और कला का अनूठा संगम

लीला एंबियंस गोल्फ ग्रीन्स में 21 गन सैल्यूट कॉन्कोर्स डे एलिगेंस का 11वां संस्करण 23 फरवरी तक चलेगा. इस भव्य प्रदर्शनी में बेंटले, फोर्ड, एमजी, रोल्स रॉयस, मर्सिडीज, रेंज रोवर और राजा-महाराजाओं  द्वारा इस्तेमाल करीब की विंटेज कारें शामिल 150 विंटेज कारें दिखाई गईं.

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शुक्रवार को हरियाणा के मंत्री राव नरबीर ने विंटेज कारों की इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया था. इस प्रतिष्ठित आयोजन में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, बेल्जियम समेत कई देशों से आए अंतरराष्ट्रीय जूरी सदस्यों ने ऐतिहासिक कारों का बारीकी से मूल्यांकन किया.

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एक अन्य विशेष आकर्षण 1948 की बेंटले मार्क VI ड्रॉपहेड कूप रही, जिसे विशेष रूप से बड़ौदा की महारानी के लिए बनाया गया था. अनूठे इंटीरियर और डिजाइन के साथ यह दुर्लभ कार अब कई वर्षों के बाद भारत लौटी है. इसे विंटेज कारों के संरक्षक मदन मोहन ने हासिल किया है. उन्होंने कहा, यह बेंटले वास्तव में कलेक्टर्स का एक अनमोल रत्न है, जो भारत की मोटरिंग विरासत का अभिन्न अंग है. हालांकि तस्वीर वाली कार दूसरी हो सकती है.

 

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इस प्रदर्शनी में 25,000 से अधिक लोग पहुंचे. इस दौरान खूबसूरत मॉडल्स के साथ कथकली, भरतनाट्यम, भांगड़ा और गिद्धा जैसी भारतीय लोक नृत्य शैलियों की प्रस्तुति से कलाकारों ने समां बांध दिया।

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विशेष आकर्षण का केंद्र रॉल्स-रॉयस की विंटेज कारों की भव्य प्रदर्शनी रही, जिसने कार प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया. 1903 का दे डियोन बुटॉन इस कॉनकोर्स में सबसे पुरानी कार थी, जिसे उसके मालिक हेमंत कुमार रूइया ने प्रदर्शित किया. रूइया ने कहा, इस नायाब खजाने को प्रदर्शित करना मेरे लिए गर्व की बात है.

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भारतीय राजघरानों की भागीदारी ने भी आयोजन की शोभा बढ़ाई. राजकोट के महाराज मंडाता सिंह जी ने 1928 क्रिसलर पेश की. उन्होंने कहा, विंटेज कारों के प्रति लोगों का प्रेम और सम्मान देखना बेहद आनंददायक है. हालांकि तस्वीर वाली कार ने भी दर्शकों का मन मोह लिया.

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चेन्नई के शंकर सुंदर ने 1938 एमजीटीए टिकफोर्ड डीएचसी का प्रदर्शन किया, दिल्ली-एनसीआर के ऑटोमोबाइल प्रेमियों के जुनून से प्रभावित हुए. उन्होंने कहा, इन ऐतिहासिक कारों के प्रति लोगों की दीवानगी वास्तव में प्रेरणादायक है. इस आयोजन में 1935 की ब्यूक 90एल भी आकर्षण का केंद्र रही, जिसे अब दिलजीत टाइटस के स्वामित्व में रखा गया है। इसकी ऐतिहासिक महत्ता ने इसे इस दिन की सबसे चर्चित कारों में शामिल कर दिया. हालांकि तस्वीर वाली कार दूसरी है. 

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जैसे-जैसे यह आयोजन अपने भव्य समापन की ओर बढ़ रहा है, 21 गन सल्यूट कॉनकोर्स डी एलीगेंस दुनिया में ऐतिहासिक ऑटोमोबाइल शोकेस के लिए एक वैश्विक मानक स्थापित करता जा रहा है, जो विंटेज कार प्रेमियों और संस्कृति के पारखियों के लिए अविस्मरणीय अनुभव प्रदान कर रहा है.