Haryana Kisan Protest: हरियाणा में किसान गन्ने के दामों में बढ़ोतरी न होने को लेकर प्रदेश में प्रदर्शन किया गया. किसानों ने प्रदर्शन कर सरकार के सामने मांगे रखी है. बहरहाल किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए है. सरकार अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो एक बार फिर हरियाणा की जनता को किसान आंदोलन की मार झेलनी पड़ सकती है.
Trending Photos
चंड़ीगढ़: आज हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) और किसान राज्य के अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान नेता और देश के किसान गन्ने के दामों में बढ़ोतरी सरकार की तरफ न होने के कारण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके अपनी जायज मांगों के पूरे न होने की वजह से रैलियां निकाल रहे हैं. जिला के अलग अलग गांवों से किसान अपने ट्रैक्टर ट्रालियों को लेकर निकले और शुगर मिल की तरफ जाने वाली सड़कों पर जाम लगा दिया. जाम लगने से वाहनों के पहिये थम गए. सरकार के खिलाफ किसानों ने जमकर नारेबाजी की और गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग की. किसानों का कहना है कि आज सिर्फ गन्ने के रेट में बढ़ोतरी की मांग को लेकर ही धरना प्रदर्शन किया गया है. चलिए जानते हैं कि कहां-कहां किसानों ने प्रदर्शन किया.
करनाल में BKU ने किया रोड जाम
करनाल में भारतीय किसान यूनियन के टिकैत ग्रुप (Tikait Group) ने जिले तीनों शुगर मिल के रोड़ को जाम कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों का कहना है कि सरकार किसानों की जायज मांगो को भी नहीं मान रही है और अगर सरकार का किसानों के प्रति यही रवैया रहा तो किसानों के प्रदर्शन को सरकार देख चुकी है. वैसा ही प्रदर्शन करने में किसान गुरेज नहीं करेंगे.
करनाल में किसानों का कहना है कि अगर सरकार गन्ने की पेमेंट आने में देरी होती है तो किसानों को 15 प्रतिशत का ब्याज सहित भूगतान किया जाए. 10-15 साल के पुराने वाहनों को कंडम घोषित किए जाने वाला कानून खत्म किया जाए. धान की फसल पर लगाया गया 2 प्रतिशत टैक्स खत्म किया जाए. बिजली बिलों में की गई अतिरिक्त बढ़ौतरी भी वापिस ली जाए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आज सिर्फ 1 घंटे का ही प्रदर्शन था, अगर सरकार नहीं मानती तो किसान कड़ा रुख अपनाएंगे.
ये भी पढ़ें: Video: हरियाणा में गन्ना किसानों का हल्ला बोल, इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
कैथल में शुगर मिल के बाहर बैठे किसान
कैथल में आज भारतीय किसान यूनियन टिकैत ग्रुप के किसानों ने कैथल शुगर मिल के बाहर जाम लगाकर प्रदर्शन किया किसानों का कहना है कि अभी तक सरकार ने का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ा है. अन्य राज्यों में गन्ने की कीमत ज्यादा है और हरियाणा में कम है जबकि खाद, दवाई, मजदूरी सब कुछ बढ़ चुकी है इसलिए हमारी मांग है कि गन्ने की कीमत 450 रुपये प्रति क्विंटल की जाए. किसानों ने कहा कि आज यह सांकेतिक जाम है, अगर सरकार अपनी मनमानी करते नहीं तो एक बड़ा आंदोलन होगा किसान और अपना हक लेकर रहेंगे.
पानीपत में किसानों ने किया नेशनल हाईवे जाम
भारतीय किसान यूनियन ने सांकेतिक नेशनल हाईवे जाम किया गया. किसानों ने प्रदेश की सभी शुगर मिल के सामने से जा रहे हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की. धरना स्थल पर डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. ताकि किसी भी अप्रिय घटना को नियंत्रण में किया जा सके. BKU के जिला अध्यक्ष सोनू मलपुरिया ने कहा कि सरकार द्वारा हर साल गन्ने की कीमत को बढ़ाया जाता था, लेकिन इस बार सरकार ने गन्ने की कीमत नहीं बढ़ाई. पंजाब में गन्ना 380 प्रति क्विंटल वहीं हरियाणा में गन्ना 362 प्रति क्विंटल के हिसाब से मिल रहा है. जिला अध्यक्ष सोनू ने कहा कि किसानों ने सरकार के साथ दुर्गति की हुई है. जिलाध्यक्ष ने अपनी प्रमुख मांगे बताते हुए कहा कि किसानों की मांग है कि 450 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गन्ने की कीमत का भुगतान किया जाए. वहीं उन्होंने इकबालपुर की बकाया 35 करोड़ का भी जल्द भुगतान करने की मांग की. साथ ही उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर को BKU की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन होगा. जिसमें आंदोलन को लेकर अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को जींद में होने वाली रैली में बड़ी रणनीति बनाई जाएगी.