Harnandipuram Township: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इस परियोजना के लिए जनवरी में ही जमीन तय कर ली थी और किसानों से उनकी राय ली थी. अब जमीन की कीमतें तय करने के लिए एक समिति बनाई गई है.
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GDA Housing Scheme: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने दिल्ली-मेरठ रोड पर अपनी महत्वाकांक्षी हरनंदीपुरम आवास योजना के लिए पहले चरण में पांच गांवों की जमीन अधिग्रहित करने का निर्णय लिया है. पहले आठ गांवों से जमीन लेने की योजना थी, लेकिन अब मथुरापुर, नगला फिरोज मोहनपुर, शमशेर, चंपत नगर और भनेड़ा खुर्द गांवों की जमीन ही पहले चरण में खरीदी जाएगी.
दूसरे चरण में तीन गांवों को शामिल किया जाएगा
जीडीए के अनुसार दूसरे चरण में भोवापुर, शाहपुर निजमोरटा और मोरटा गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी. इस योजना के तहत कुल 521 हेक्टेयर क्षेत्र में हरनंदीपुरम को बसाने की योजना है, जिसमें से लगभग 462 हेक्टेयर जमीन सीधे किसानों से खरीदी जाएगी.
जमीन दरों पर समिति का गठन
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इस परियोजना के लिए जनवरी में ही जमीन की पहचान कर ली थी और किसानों से उनकी राय मांगी थी. अब जमीन की दरें तय करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. जीडीए वर्तमान सर्कल रेट और बाजार दरों को ध्यान में रखकर कीमतें तय करेगा. आने वाले 10 से 15 दिनों में जमीन की दरों की घोषणा की जाएगी. किसानों के साथ हुई बैठक में उनकी सभी आपत्तियों और सुझावों पर चर्चा की गई.
तीन गांव फिलहाल बाहर, लेकिन योजना में रहेंगे शामिल
जीडीए के मीडिया समन्वयक रुद्रेश शुक्ला ने बताया कि फिलहाल तीन गांवों को पहले चरण से बाहर रखा गया है क्योंकि पांच गांवों की जमीन आसानी से उपलब्ध हो सकती है. हालांकि, जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने स्पष्ट किया कि इन तीन गांवों को योजना से बाहर नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि ये गांव योजना के दूसरे चरण में शामिल होंगे.
किसानों की राय से आगे बढ़ेगी योजना
जीडीए ने कहा कि हरनंदीपुरम आवास योजना को किसानों के सहयोग और सुझावों के साथ ही आगे बढ़ाया जाएगा. जमीन दरों के निर्धारण में उनकी राय को प्राथमिकता दी जाएगी. जीडीए इस परियोजना को जल्द से जल्द धरातल पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है. हरनंदीपुरम आवास योजना गाजियाबाद क्षेत्र में आधुनिक और सुव्यवस्थित आवासीय सुविधाओं की नई पहचान बनेगी. यह योजना न केवल गाजियाबाद के विकास में योगदान देगी बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और नए अवसर भी प्रदान करेगी.
इनपुट- पीयूष गौड़
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