Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इंटरनेशनल ब्रांड की सिगरेट के अवैध कारोबार के आरोप में दो लोगन को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान नरेश गुप्ता (42) और विजय गुप्ता (49) के रूप में हुई है. दोनों कोटला मुबारकपुर, दिल्ली में रहते हैं.
Trending Photos
Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ अंतरराष्ट्रीय सिगरेट ब्रांडों के अवैध व्यापार में शामिल एक रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. आरोपियों की पहचान नरेश गुप्ता (42) और विजय गुप्ता (49) के रूप में हुई है, जो दोनों दिल्ली के निवासी हैं. एक आधिकारिक के अनुसार दिल्ली पुलिस , अपराध शाखा , आईएससी ने 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम हैं (1) नरेश गुप्ता, निवासी अर्जुन नगर, कोटला मुबारकपुर, दिल्ली, उम्र 42 वर्ष, और (2) विजय गुप्ता, निवासी कोटला मुबारकपुर, दिल्ली, उम्र 49 वर्ष, ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जो अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की प्रतिबंधित सिगरेट का कारोबार करता है.
नई दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके में प्रतिबंधित सिगरेट बेचे जाने की सूचना के आधार पर गिरफ्तारियां की गईं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि 25 दिसंबर को पुलिस की एक टीम ने दिल्ली के कोटला मुबारकपुर के अर्जुन नगर में लक्ष्मी कॉम्प्लेक्स की दुकान नंबर 944 में स्थित गणपति ट्रेडर्स पर छापा मारा. उक्त परिसर में छापेमारी के दौरान, चार प्रतिबंधित सिगरेट ब्रांड पाए गए, जिनके नाम एस्से लाइट्स, एस्से स्पेशल गोल्ड और गुडंग गरम थे. प्रतिबंधित एस्से लाइट्स सिगरेट की कुल संख्या 3,300 थी. परिसर नरेश गुप्ता द्वारा चलाया जा रहा था, और उसे उक्त दुकान से पकड़ा गया. इसके अलावा, आरोपी नरेश के घर पर प्रतिबंधित सिगरेट का एक बड़ा जखीरा मिला. पुलिस ने कहा कि इन सिगरेटों की कुल संख्या 55,200 थी.
ये भी पढ़ें: Farmers: ग्रेटर नोएडा में किसान करेंगे महापंचायत, आंदोलन को लेकर बनाई जाएगी राणनीति
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नरेश गुप्ता ने खुलासा किया कि वह मेसर्स वीरेंदर सिगरेट स्टोर के विजय गुप्ता के साथ इन प्रतिबंधित सिगरेटों का व्यापार कर रहा था. इसके बाद, एफ-59/3, पंजाबी बाजार, कोटला मुबारकपुर, दिल्ली में स्थित मेसर्स वीरेंदर सिगरेट स्टोर के परिसर में छापेमारी की गई. उक्त परिसर में छापेमारी के दौरान, दो प्रतिबंधित सिगरेट ब्रांड पाए गए, जिनका नाम एस्से लाइट्स और मोंड वैरिएंस था. इन प्रतिबंधित सिगरेटों की कुल मात्रा 3,200 (प्रत्येक की कीमत 10 रुपये) थी. परिसर को विजय चला रहा था और उसे पकड़ लिया गया. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों, नरेश गुप्ता और विजय गुप्ता से पूछताछ में पता चला कि वे खारी बावली क्षेत्र के स्थानीय व्यापारियों से सस्ती दरों पर ये प्रतिबंधित सिगरेट प्राप्त कर रहे थे.
उक्त परिसर में उन्हें संग्रहीत करने के बाद, स्टॉक को छोटी मात्रा में छोटी सिगरेट/पान की दुकानों में अच्छी मात्रा में वितरित किया जाता था, जिससे भारी मुनाफा होता था. पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वैधानिक चेतावनी के बिना अंतरराष्ट्रीय ब्रांड युवाओं और किशोरों के बीच लोकप्रिय हैं. आरोपियों के पास से कुल आठ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित सिगरेट ब्रांड बरामद किए गए. आरोपियों से बरामद स्टॉक का पूरा बाजार मूल्य लगभग 6 लाख रुपये है. आगे की जांच जारी है.
इनपुट: एएनआई