दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आने वाला है. 27 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली की सत्ता में जबरदस्त वापसी की है. अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर दिल्ली की बागडोर किसके हाथ में होगी.
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Delhi CM Oath Ceremony: दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आने वाला है. 27 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली की सत्ता में जबरदस्त वापसी की है. अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर दिल्ली की बागडोर किसके हाथ में होगी. पार्टी के सभी 48 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुधवार को होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री के नाम का फैसला किया जाएगा. विधायकों की बैठक से पहले भाजपा ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्टर जारी किया है जो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है.
दिल्ली की प्रगति का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। ‘विकसित दिल्ली शपथ समारोह’ के साथ ही हम सभी मिलकर दिल्ली में विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होंगे।
आइए रामलीला मैदान, और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें !#ViksitDelhi pic.twitter.com/HJ6zoOl0dx
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) February 19, 2025
कौन होगा दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 11 दिन बीत चुके हैं, लेकिन भाजपा ने अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. पार्टी के इस सस्पेंस ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है. सूत्रों की मानें तो भाजपा इस बार भी अपनी परंपरा के अनुसार एक अप्रत्याशित नाम सामने ला सकती है. कई दावेदारों के नाम चर्चा में हैं, लेकिन अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा. भाजपा की रणनीति को देखते हुए राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि यह फैसला चौंकाने वाला हो सकता है. पार्टी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्टर जारी कर संकेत दिया है कि दिल्ली की प्रगति का नया अध्याय शुरू होने वाला है. ‘विकसित दिल्ली शपथ समारोह’ नामक इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी चल रही है.
शपथ ग्रहण समारोह में दिखेगा भव्यता और सियासी संदेश
भाजपा अपने शपथ ग्रहण समारोह को बाकी राज्यों की तुलना में अलग और भव्य बनाने जा रही है. 20 फरवरी को रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले इस समारोह में मुख्यमंत्री के साथ छह मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. पार्टी इसे सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि दिल्ली के विकास के नए युग की शुरुआत के रूप में पेश करना चाहती है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ एक शपथ ग्रहण समारोह नहीं, बल्कि भाजपा की आगे की रणनीति का प्रतीक होगा. पार्टी इस मौके पर दिल्ली के विकास का बड़ा रोडमैप जनता के सामने पेश कर सकती है.
दिल्ली चुनाव के परिणाम और बदलाव की लहर
आठ फरवरी को हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बाहर कर दिया. पिछले चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली AAP इस बार सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई. यह नतीजे भाजपा के लिए ऐतिहासिक साबित हुए और दिल्ली की राजनीति में नई दिशा तय कर दी. अब सबकी निगाहें भाजपा के फैसले पर टिकी हैं. क्या पार्टी एक अनुभवी चेहरा आगे बढ़ाएगी या फिर कोई युवा और नया नेतृत्व दिल्ली को मिलेगा? यह फैसला आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति को नई दिशा देने वाला साबित होगा.
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