Delhi Pollution Control: दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, निर्माण स्थलों पर धूल को नियंत्रित किया जा रहा है और वाहनों से होने वाले प्रदूषण की जांच की जा रही है. साथ ही सरकार फिर से ऑड-ईवन योजना लागू करने पर विचार कर रही है, ताकि सड़क पर गाड़ियों की संख्या कम हो और प्रदूषण घटे.
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AIR Pollution in Delhi: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है. सुबह की ठंडी हवा अब जहरीली धुंध में बदल चुकी है, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. ताजा आंकड़ों के अनुसार शहर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 370 के पार पहुंच गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. इसका मतलब है कि अब हर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव पड़ सकता है. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह स्थिति और भी घातक हो सकती है.
प्रदूषण के पीछे क्या कारण?
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के पीछे कई कारण हैं. सर्दियों के मौसम में हवा की गति धीमी होने से जहरीले कण वातावरण में ही बने रहते हैं और धीरे-धीरे पूरे शहर में फैल जाते हैं. इसके अलावा, पराली जलाने, वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण कार्यों से उड़ती धूल और औद्योगिक कचरा मिलकर दिल्ली की हवा को और जहरीला बना देते हैं. विशेष रूप से आनंद विहार, विवेक विहार, वजीरपुर, अशोक विहार और द्वारका सेक्टर-8 जैसे इलाकों में AQI का स्तर 350 से ऊपर पहुंच गया है, जिससे यहां रह रहे लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में कठिनाई और लगातार खांसी जैसी समस्याएं हो रही हैं.
लोगों की परेशानियां बढ़ीं
दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाले 65 वर्षीय रमेश शर्मा पिछले कई दिनों से घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उनकी सांस फूलने लगी है, और डॉक्टरों ने उन्हें बाहर जाने से सख्त मना कर दिया है. इसी तरह, पटपड़गंज की रहने वाली अंजलि गुप्ता अपने 5 साल के बेटे को स्कूल भेजने से डर रही हैं, क्योंकि वह पहले ही प्रदूषण के कारण बीमार हो चुका है.
सरकार और प्रशासन की तैयारी
दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जैसे जल छिड़काव, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण और सड़कों पर प्रदूषण की जांच आदि. साथ ही, वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए ऑड-ईवन जैसी योजना फिर से लागू करने पर विचार किया जा रहा है.
कैसे करें बचाव?
घर के अंदर रहें – जब तक जरूरी न हो, बाहर जाने से बचें.
मास्क का उपयोग करें – N95 मास्क पहनें, ताकि जहरीले कण शरीर में न जा सकें.
एयर प्यूरीफायर लगाएं – घर के अंदर की हवा को शुद्ध बनाए रखें.
पौष्टिक आहार लें – इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए हरी सब्जियां और विटामिन-C युक्त चीजें खाएं.
पानी ज्यादा पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखें, ताकि हानिकारक तत्व बाहर निकल सकें.
दिल्ली में प्रदूषण का यह स्तर चिंता का विषय बन चुका है. यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.
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