Air Quality in Delhi: वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग का कहना है कि हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण प्रदूषण के कण हवा में जमा रहेंगे, जिससे स्थिति में कोई सुधार नहीं होगा.
Trending Photos
Delhi Air Pollution : दिल्ली में चुनावी माहौल गरम है, लेकिन इसके साथ ही बढ़ता प्रदूषण भी चिंता का विषय बन गया है. हर साल की तरह इस बार भी राजधानी की हवा में जहर घुलता जा रहा है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 284 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है. लेकिन सबसे चिंताजनक बात यह है कि दिल्ली के 17 इलाकों में AQI 300 के पार चला गया है, जिससे हवा बेहद खराब हो गई है.
क्यों बढ़ रहा है प्रदूषण?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिल्ली के प्रदूषण स्तर बढ़ने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं. सर्दी के मौसम में हवा की गति धीमी हो जाती है, जिससे प्रदूषक कण वातावरण में ज्यादा समय तक बने रहते हैं. इसके अलावा निर्माण कार्यों से उठने वाली धूल, गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, औद्योगिक प्रदूषण और पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली भी प्रदूषण को और बढ़ा देते हैं.
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके
दिल्ली के जिन इलाकों में प्रदूषण सबसे ज्यादा बढ़ा है, उनमें सीरी फोर्ट (AQI 319), मुंडका (AQI 341), द्वारका-8 (AQI 306), जहांगीरपुरी (AQI 322) और रोहिणी (AQI 328) शामिल हैं. इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को.
आने वाले दिनों में क्या हाल रहेगा?
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. मौसम विभाग का कहना है कि हवा की गति कम रहने से प्रदूषक कण वातावरण में जमा रहेंगे, जिससे स्थिति में सुधार नहीं होगा.
लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली के लोगों को अभी कुछ एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है.
क्या सरकार कोई कदम उठा रही है?
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, जैसे जल छिड़काव, निर्माण कार्यों पर रोक और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर जुर्माना, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक ठोस उपाय नहीं किए जाते, तब तक हर साल यही समस्या बनी रहेगी. फिलहाल, दिल्ली वालों को सावधानी बरतनी होगी क्योंकि प्रदूषण का स्तर अभी और बढ़ सकता है.
ये भी पढ़िए- भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्लीवासी, भाजपा को मिलेगा आशीर्वाद: वीरेंद्र सचदेवा