भाई वाह! कार से लेकर ट्रैक्टर तक...ये कौन सा खेल है, जिसमें जीतने वाले पर होती है पैसों की बारिश
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भाई वाह! कार से लेकर ट्रैक्टर तक...ये कौन सा खेल है, जिसमें जीतने वाले पर होती है पैसों की बारिश

Madurai Jallikattu: जल्लीकट्टू के इस आयोजन में एक हजार से अधिक बैल और 900 से ज्यादा पुरुष हिस्सा ले रहे हैं. इस खेल के विजेताओं को मिलने वाले पुरस्कारों में ट्रैक्टर और कार शामिल हैं और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.

भाई वाह! कार से लेकर ट्रैक्टर तक...ये कौन सा खेल है, जिसमें जीतने वाले पर होती है पैसों की बारिश

Jallikattu Videos: तमिलनाडु में पारंपरिक रूप से लोकप्रिय अवनियापुरम जल्लीकट्टू की मंगलवार को 'पोंगल' के अवसर पर मदुरै समेत विभिन्न स्थानों पर शुरुआत हुई. जल्लीकट्टू बैलों को काबू करने का एक पारंपरिक खेल है. इस बार सबसे बेहतर चुने गए बैल के मालिक को एक ट्रैक्टर मिलेगा जबकि बैल को सबसे अच्छे ढंग से ट्रेनिंग देने वाले को एक कार मिलेगी. जैसे ही चंदन से लिपे हुए बैल एंट्री गेट 'वादीवासल' से बाहर निकले, उत्साही युवकों ने एक के बाद एक बैल की कूबड़ को पकड़कर उन पर काबू पाने की पूरी कोशिश की.

एक हजार से ज्यादा बैल ले रहे हिस्सा

 जल्लीकट्टू के इस आयोजन में एक हजार से अधिक बैल और 900 से ज्यादा पुरुष हिस्सा ले रहे हैं. इस खेल के विजेताओं को मिलने वाले पुरस्कारों में ट्रैक्टर और कार शामिल हैं और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. इस बार 15 और 16 जनवरी को जल्लीकट्टू क्रमशः मदुरै के पालामेडु और अलंगनल्लूर में आयोजित किया जाएगा.

हालांकि, कुछ दिन पहले, पुडुक्कोट्टई जिले के थाचनकुरिची में जल्लीकट्टू कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जो 2025 के खेल सत्र की शुरुआत का प्रतीक था. मदुरै में होने वाले कार्यक्रम की शुरुआत अवनियापुरम से होती है, जो सबसे लोकप्रिय हैं.

जल्लीकट्टू तमिलनाडु का एक पारंपरिक त्योहार है, जो मकर संक्रांति के अवसर पर मनाया जाता है. यह त्योहार तमिल संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसमें सांडों की दौड़ का आयोजन किया जाता है. जल्लीकट्टू का इतिहास बहुत पुराना है, और इसका उल्लेख तमिल साहित्य में भी मिलता है. यह त्योहार तमिल लोगों की संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसमें लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं.

जल्लीकट्टू क्यों मनाया जाता है?

जल्लीकट्टू तमिल लोगों की कृषि और पशुपालन की परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह त्योहार सांडों की महत्ता को दर्शाता है, जो कृषि और पशुपालन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जल्लीकट्टू एक ऐसा त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है और सामाजिक एकता और सहयोग को बढ़ावा देता है. इसमें लोग अपने मतभेदों को भूलकर एक साथ आते हैं और त्योहार का आनंद लेते हैं. जल्लीकट्टू तमिल संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसमें तमिल लोगों की पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया जाता है.

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