British Sikh soldier: पुलिस का दावा है कि जगजीत ने बाबर खालसा इंटरनेशनल और KZF जैसे आतंकी संगठनों के साथ संबंध बनाए और एक नई कट्टरपंथी गुट 'अकालजोत खालिस्तान फोर्स' का गठन किया.
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KZF Terror Module: ये कहानी पंजाब के एक छोटे से गांव से ब्रिटेन तक का सफर तय करने वाले जगजीत सिंह की है जो ब्रिटिश आर्मी के सैनिक हैं. अब उन पर पंजाब पुलिस ने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का गंभीर आरोप लगाया है. उनका परिवार ने उनके लव मैरिज के फैसले के बाद उनसे नाता तोड़ लिया था. परिवार ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है और उन्हें पूरी तरह बेबुनियाद मानता है. पिता जोगिंदर सिंह, जो खुद भारतीय सेना से रिटायर सूबेदार हैं, उन्होंने कहा कि अगर कोई सेना में काम करता है, तो उसके पास आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का समय नहीं होता है.
ब्रिटिश आर्मी में यूं बनाया करियर..
दरअसल, जगजीत सिंह 2010 में ब्रिटेन चले गए थे. इसके बाद 2011 में ब्रिटिश आर्मी में शामिल हो गए. उनके पिता के मुताबिक, जगजीत ने अफगानिस्तान, इराक और केन्या जैसे संघर्ष क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दीं. हालांकि, उनके माता-पिता ने 2016 में उनसे संबंध समाप्त कर लिए जब उन्होंने एक लड़की से उनकी मर्जी के खिलाफ शादी की. पिता ने उन्हें संपत्ति के अधिकारों से भी वंचित कर दिया, लेकिन उनकी मां बालविंदर कौर अभी भी उनसे कभी-कभी बातचीत करती हैं.
आरोप और ब्रिटिश आर्मी का इनकार
पंजाब पुलिस का दावा है कि जगजीत सिंह फतेह सिंह बागी के नाम से जाने जाते हैं, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के लिए काम करते थे और उन्होंने आतंकी मॉड्यूल चलाने में भूमिका निभाई. इंडियन एक्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उनके रिकॉर्ड में इस नाम का कोई भी व्यक्ति ब्रिटिश आर्मी में नहीं है.
पुलिस के आरोप पर क्या बोला परिवार..
रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह जानकारी गिरफ्तार आतंकियों की पूछताछ के दौरान सामने आई है. पुलिस का दावा है कि जगजीत ने बाबर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और KZF जैसे आतंकी संगठनों के साथ संबंध बनाए और एक नई कट्टरपंथी गुट 'अकालजोत खालिस्तान फोर्स' का गठन किया. हालांकि पिता जोगिंदर इन आरोपों को नकारते हुए कहते हैं कि हमने उसे पाला है, हम जानते हैं कि वह ऐसा नहीं कर सकता.
पुलिस ने शुरू कर दी है जांच
जोगिंदर का कहना है कि पुलिस ने पांच साल पहले परिवार से संपर्क किया था, लेकिन हाल ही में किसी भी पुलिस अधिकारी ने उनसे कोई जानकारी नहीं मांगी. उनका यह भी कहना है कि उनके क्षेत्र के अन्य युवा, जो ब्रिटिश सेना में काम करते हैं, जगजीत के बारे में जानकारी देते रहते हैं.
आरोपों की सच्चाई और आगे की कार्रवाई
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने भारतीय अधिकारियों से इस मामले पर कोई आधिकारिक संपर्क न होने की बात कही है. दूसरी ओर पंजाब पुलिस का कहना है कि उन्होंने अपने दावों की जांच के लिए ठोस सबूत जुटाए हैं और इस मामले को औपचारिक चैनलों के माध्यम से ब्रिटिश अधिकारियों के साथ उठाया जाएगा. फिलहाल इस मामले ने जगजीत के परिवार और उनके करियर को जटिल मोड़ पर ला खड़ा किया है.