New Year Eve Fireworks: यह नववर्ष में विभिन्न पर्यटन स्थलों की बढ़ती लोकप्रियता और सुरक्षा इंतजामों के साथ एक नई यात्रा का संकेत है, जो आने वाले समय में और भी अधिक लोगों को आकर्षित करेगी.
नववर्ष की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और जैसे-जैसे 2024 का अंतिम सप्ताह करीब आता है, प्रखंड क्षेत्र के पिकनिक स्थलों पर सैलानियों की भीड़ बढ़ने लगी है. मंदार पर्वत की तराई और रंगसार में स्थित पर्यटन स्थल इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हो रहे हैं. नया साल मनाने के लिए बच्चे, युवा और परिवारों ने यहां आकर पिकनिक का आनंद लेने की योजना बनाई है. इस दौरान आधे दर्जन से अधिक पिकनिक स्पॉट पर सैलानी जुटेंगे, जहां वे प्रकृति की खूबसूरती का लुत्फ उठाएंगे.
मंदार तराई सहित अन्य पिकनिक स्थलों पर फास्ट फूड, आइसक्रीम, मिठाइयों के स्टॉल सजने लगे हैं. दुकानदार इन दिनों खुश हैं क्योंकि यहां सैलानियों की बढ़ती संख्या से उनका कारोबार भी बढ़ रहा है. त्योहार के इस समय में इन दुकानों पर चहल-पहल बनी रहती है.
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मंदार पर्वत और रंगसार जैसे पिकनिक स्पॉट्स पर सैलानियों के लिए नौका विहार और रोप-वे जैसी आकर्षक गतिविधियों की व्यवस्था की गई है. पापहारिणी सरोवर में नौका विहार का आनंद लेने के साथ ही पर्यटक रोप-वे का उपयोग करके पर्वत शिखर पर पहुंच सकते हैं. यह विशेष व्यवस्था सैलानियों की संख्या में लगातार वृद्धि का कारण बन रही है.
नववर्ष के अवसर पर जिले के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ेगा. बाबा ज्येष्गौर नाथ महादेव, अष्ट कमल लक्ष्मी नारायण मंदिर, कामधेनु मंदिर और अन्य ऐतिहासिक मंदिरों में लोग पूजा-अर्चना करेंगे. यह धार्मिक स्थल न सिर्फ आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत भी है.
नववर्ष के आगमन के साथ राजधानी रांची के डैम और वॉटरफॉल जैसे पर्यटन स्थल भी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. हटिया डैम और अन्य जलाशयों में लोगों का जमावड़ा शुरू हो चुका है. लोग दोस्तों और परिवार के साथ नए साल का स्वागत करते हुए प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे हैं.
हटिया डैम में महिलाओं के समूह भी पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं. कई महिलाएं अपने परिवार के बिना अकेले पिकनिक मनाने आई हैं. वे इस समय का उपयोग खुशी मनाने और नए साल का स्वागत करने के लिए कर रही हैं. उनके लिए यह एक नया अनुभव है, जो उन्हें परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों से कुछ पल की राहत देता है.
चतरा जिले के तमासिन जलप्रपात में नववर्ष के मौके पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ेगी. यहां के तीन झरने और प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं. जलप्रपात के आसपास के जंगलों में बंदरों की गतिविधियां और आसपास की चहचहाती पक्षियों की आवाजें इस स्थान को और भी आकर्षक बनाती हैं.
चतरा जिले में तमासिन जलप्रपात पर सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा गाइडलाइंस जारी की गई हैं. डीएसपी मुख्यालय ने लोगों से अपील की है कि वे जलप्रपात के गहरे पानी में न जाएं और चढ़ाई-उताराई करते वक्त सावधानी बरतें.
साहिबगंज जिले का उधवा झील इन दिनों प्रवासी पक्षियों से गुलजार है. यह झील दक्षिण एशिया से साइबेरिया तक के पक्षियों का आश्रय स्थल बन चुकी है. झारखंड का एकमात्र पक्षी अभ्यारण्य होने के कारण यह स्थल पर्यटकों को खासा आकर्षित करता है. पक्षी प्रेमी और स्कूली बच्चे यहां भ्रमण करने आते हैं और प्रकृति के इस अनमोल दृश्य का आनंद लेते हैं.
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