Jharkhand Samachar: पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के सहयोगी रहे सरयू राय ने एक बार फिर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सरयू राय ने पिछली सरकार में स्थापना दिवस के मौके पर बड़े घोटाले की बात कही है.
Trending Photos
Ranchi: झारखंड में मैनहर्ट घोटाले की जांच के बीच एक और घोटाले की गूंज ने सूबे की सियासत को गर्मा दिया है. अब टॉफी और टी-शर्ट घोटाले को लेकर पूर्व सीएम को घेरने की तैयारी चल रही है. इस बार भी विधायक सरयू राय (Saryu Roy) ने सीएम को पत्र लिखकर पूरे प्रकरण की जांच ACB या फिर सीबीआई (CBI) से कराने की मांग की है. जिसके बाद राजनीति शुरू हो गई है.
सरयू के खत पर जारी है सियासत
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) के सहयोगी रहे सरयू राय ने एक बार फिर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बार विधायक सरयू राय ने साल 2016 में हुए राज्य स्थापना दिवस के मौके पर बांटी गईं टॉफी और टीशर्ट में बड़े घोटाले का आरोप लगाते हुए, पूरे प्रकरण की जांच एसीबी या फिर सीबीआई से कराने की मांग कर डाली है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को लिखे पत्र में सरयू राय ने पिछली सरकार में स्थापना दिवस के मौके पर बड़े घोटाले की बात कही है.
विधायक सरयू राय द्वारा मैनहर्ट और टी शर्ट घोटाला मामले मे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर लगाए गए आरोप पर रघुवरदास खुद सामने आए और कहा कि 'सरकार इसकी जांच करवा ले, मैंने पांच साल बिना दाग के सरकार चलाई है. कई लोग राजनीतिक चेहरा चमकाने के लिए आरोप लगाते हैं.' रघुवर दास ने कहा कि 'मैं सरकार को कहता हूं इस तरह के जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, उसकी जांच करवा ले.'
ये भी पढ़ें- मैनहर्ट घोटाले में पूर्व CM रघुवर दास समेत अन्य को ACB का नोटिस, सरयू राय बोले-देर आए दुरुस्त आए
इधर, विधायक सरयू राय द्वारा उठाए गए सवाल और पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें दिए गए जवाब पर चुटकी लेते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि 'ये मामला बेहद गंभीर है कि उनके कैबिनेट के सहयोगी ही उनके कार्यकाल के दौरान लगातार घोटालों से संबंधित आरोप लगाते रहे और पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह बेदाग हैं.'
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 'भले रघुवर दास खुद को बेदाग कह रहे हैं, लेकिन 5 साल में 50 से ज्यादा दाग लगे हैं और उनके कैबिनेट में सहयोगी रहे सरयू राय ने भी उनकी सरकार पर कई आरोप लगाए. यहां तक कि वह कैबिनेट की बैठक में भी नहीं जाते थे.'
वहीं, राज्य स्थापना दिवस के मौके पर टॉफी-टी शर्ट की खरीद में घोटाले के मामले में दायर जनहित याचिका पर गुरूवार 24 जून को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के अकाउंटेंट जनरल उपस्थित हुए. सुनवाई के दौरान सरकार ने अदालत की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब दिए लेकिन कोर्ट ने जवाब पर असंतोष जताया और सीलबंद मूल दस्तावेज पेश करने को कहा. अब इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी.
पहले मैनहर्ट और अब फिर टॉफी, टी-शर्ट घोटाला, यानी एक-एक कर विभिन्न मामलों पर सरयू राय पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को घेरते नजर आ रहे हैं. वहीं इस मामले पर सियासत भी जारी है. अब देखना है कि सरयू राय के आरोप और रघुवर दास के दावों पर क्या कुछ निकलकर सामने आता है.