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पटना: Tulsi kaise khaye: तुलसी और तुलसी के पत्ते आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होते है ये बात तो सब लोग जानते हैं. तुलसी का इस्तेमाल लोग कई तरह से करते हैं. इसके साथ ही लोग तुलसी का सेवन अलग-अलग तरीके से करते हैं. लेकिन, इन सबके ये बहस भी हमेशा जारी रहती है कि तुलसी को कैसे खाना ठीक है. कई लोगों का कहते हैं कि इसे चबाकर खाने से दांत खराब हो सकते हैं. वहीं, कुछ लोग कुछ अलग बात कह रहे हैं.ऐसे में आज हम आपको तुलसी के पत्ते को खाने का सही तरीका क्या इसके बारे में बताने जा रहे हैं.
क्या होते हैं फायदे?
तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्याओं से हमें छुटकारा दिलाते हैं और हमारी सांस लेने की प्रणाली को बेहतर बनाते हैं. साथ ही इसमें पाए जाने वाले एसिड से पाचन संबंधी परेशीनियां दूर होती हैं. तुलसी के पत्ते में मौजूद अडैप्टोजेन स्ट्रेस को कम करने में भी काफी मदद करता हैं. नियमित रूप से इसका सेवन करने से रक्त संचार भी दुरुस्त होता है और नर्वस सिस्टम को आराम मिलती है. तुलसी के पत्तों से सिरदर्द में भी काफी कारदर साबित होता है.
इसके अलावा जिन्हें एसिडिटी, गैस और अपच जैसी परेशानी रहती है तो उन्हें भी तुलसी का पत्ते का सेवन करने से काफी राहत मिलेगी. तुलसी के पत्ते हमारे बॉडी को डिटॉक्स करते हैं और मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाते हैं. वजन कम करने में भी तुलसी के पत्ते सहायक हैं.
कैसे खाना चाहिए?
तुलसी के चार से पांच पत्तों को अच्छी तरह धोकर पूरी रात एक कटोरी में पानी डालकर भिगो लें. फिर पत्तों को खाली पेट उसी पानी के साथ निगल जाएं. इसके अलावा आप पत्तों में थोड़ा पानी डालकर उबा लें फिर इसे चाय की तरह छानकर पिएं. वहीं आप चाय बनाकर भी इसका इस्त्माल कर सकते हैं. या फिर इसे चबाने की जगह निगल लें. इसे चबाने की सलाह नहीं दी जाती है.
क्यों चबाना कर नहीं खाना चाहिए?
तुलसी के पत्तों में पारा और आयरन काफी अधिन मात्रा में पाई जाती है. जो पत्तों के चबाने पर निकल जाती है. जि आपके दांतों को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं और मलिनकिरण का कारण बनते हैं. इसके अलावा, तुलसी के पत्ते प्रकृति में थोड़े अम्लीय होते हैं और हमारे मुंह का वातावरण क्षारीय होता है, ऐसे में अगर नियमित रूप से बहुत अधिक मात्रा में इसके सेवन से ये दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है. इसलिए इसे चबाना नहीं चाहिए.