Jharkhand News: सूत्रों के अनुसार पूछताछ वहीं से शुरू होगी जहां से 20 जनवरी को समाप्त हुई थी. सोरेन से लगभग 16-17 प्रश्न पूछे गए थे और उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत लिखित और ऑडियो-वीडियो प्रारूप में दर्ज किया गया था.
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Jharkhand Political Crisis: बिहार के बाद अब झारखंड का सियासी पारा सातवें आसमान पर देखने को मिल रहा है. प्रदेश की राजनीति में आज (बुधवार, 31 जनवरी) का दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाा है. कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज ईडी के अधिकारी रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने वाले हैं. पूछताछ से पहले ही सीएम आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. ईडी की ओर से सुरक्षा बंदोबस्त को देखते हुए लग रहा है कि ईडी की टीम आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार भी कर सकती है. इस पूछताछ के लिए ईडी की ओर से मुख्यमंत्री सोरेन को 10 बार समन भेजा गया है.
सूत्रों के अनुसार पूछताछ वहीं से शुरू होगी जहां से 20 जनवरी को समाप्त हुई थी. सोरेन से लगभग 16-17 प्रश्न पूछे गए थे और उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत लिखित और ऑडियो-वीडियो प्रारूप में दर्ज किया गया था. इससे पहले ईडी ने सीएम सोरेन के दिल्ली में स्थित आवास पर छापा मारा था. वहां तलाशी के दौरान 36 लाख रुपये की नकदी, एक BMW एसयूवी और कुछ दस्तावेज जब्त किए थे. मौके पर मुख्यमंत्री सोरेन बंगले में नहीं मिले थे. जिसके बाद बीजेपी ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री ईडी की कार्रवाई के डर से 'फरार' हैं.
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मुख्यमंत्री सोरेन मंगलवार (30 जनवरी) को रांची लौटे. राजधानी पहुंचते ही उन्होंने पार्टी विधायकों के साथ एक बैठक की. जेएमएम विधायक दल की बैठक के बीच बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि झारखंड में कल्पना सोरेन जी के नाम पर सहमति विधायक दल की बैठक में नहीं बन पाई है. सीता सोरेन और बसंत सोरेन ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव का विरोध कर दिया है. बीजेपी सांसद ने दावा किया कि इस बैठक में कुल 35 विधायक ही पहुंचे थे. बैठक में पहुंचे विधायकों से सादे कागज पर हस्ताक्षर लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत का राज्यपाल से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है. शायद ईडी की पूछताछ में शामिल हों?
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वहीं JMM का कहना है कि बैठक में आगे की रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं, जो विधायक नहीं हैं. इस बैठक में विधायकों ने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता जताई और बिना किसी नाम के समर्थन पत्र पर भी हस्ताक्षर किए. ऐसी अटकलें हैं कि हेमंत की गिरफ्तारी की स्थिति में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम की बागडोर सौंपी जाएगी. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कल्पना सोरेन का कोई जिक्र नहीं है. हेमंत सोरेन सीएम बने रहेंगे. ये अफवाहें फर्जी हैं.