Jharkhand: एक गांव...एक मर्द, अब वह भी दुनिया छोड़ चला, महिलाओं ने बनाई अर्थी, बेटी ने दिया कंधा
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2625082

Jharkhand: एक गांव...एक मर्द, अब वह भी दुनिया छोड़ चला, महिलाओं ने बनाई अर्थी, बेटी ने दिया कंधा

Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला थाना अंतर्गत कालचिती पंचायत का गांव रामचन्द्रपुर मीडिया में सुर्खियों में आ गया है. बताया जा रहा है कि गांव रामचन्द्रपुर केवल एक पुरुष था, जिसकी मौत हो गई. उसका अंतिम संस्कार महिलाओं ने किया.

झारखंड न्यूज

सोचिए एक गांव में केवल मर्द हो और उसकी मौत हो जाए तो क्या होगा? गांव की परंपराओं का निर्वहन कैसे होगा? इतना ही नहीं उसकी अर्थी को कंधा कौन देगा? अर्थी कैसे तैयार होगी? मगर, ऐसा हुआ. झारखंड के एक गांव में, जहां पर केवल एक ही पुरुष था, जिसकी मौत हो गई. मौत होने के बाद गांव की महिलाओं ने अर्थी बनाई और बेटियों ने पिता को कंधा दिया. मृतक की पत्नी अंतिम यात्रा में साथ-साथ चली. इसके बाद गांव की महिलाओं और परिवार की औरतों ने मिलकर अंतिम संस्कार किया.

दरअसल, झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला थाना अंतर्गत कालचिती पंचायत का गांव रामचन्द्रपुर का मामला है. इस गांव में 40 साल के जुंआ सबर की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि जुंआ सबर गांव में अकेला मर्द था, बाकी के पुरुष गांव से बाहर नौकरी करते हैं. गांव रामचन्द्रपुर काफी पिछड़ा हुआ है और यहां के लोग मजदूर करने के लिए पालयन करते हैं. रामचन्द्रपुर गांव में सबर जाति के लोग रहते हैं.

वहीं, कालचिती पंचायत का गांव रामचन्द्रपुर में जुंआ सबर की मौत से परिजनों समेत पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है. जानकारी के अनुसार, गांव रामचन्द्रपुर जंगलों की बीच बसा है. इस गांव में करीब 28 घर हैं. इन घरों में करीब 80 लोग रहते हैं. रामचन्द्रपुर गांव के करीब 20 पुरुष मजदूरी के लिए दूसरे राज्यों में रहते हैं. यहीं वजह थी कि इस गांव में जुंआ सबर केवल एक पुरुष बचा था. 

यह भी पढ़ें:एक्शन में पुलिस, अब नक्सलियों की खैर नहीं! लातेहार में JJMP कमांडर साधु के घर कुर्की

जानकारी के अनुसार, जुंआ सबर पिछले दिनों बीमार हो गया. बीमार होने की वजह से उसकी मौत हो गई. इसकी जानकारी मृतक के बेटे श्यामल सबर को दी गई, जो तमिलनाडु में मजदूरी करता है. उसने आने में असमर्था जताई. वहीं, गांव में किसी पुरुष के नहीं रहने की वजह से महिलाओं को ही जुंआ सबर का अंतिम संस्कार करना पड़ा. जुंआ सबर की 14 वर्षीय पुत्री सोनिया सबर ने पिता का अंतिम संस्कार किया.

यह भी पढ़ें:'विधानसभा में हार का हैंगओवर अभी बीजेपी का नहीं उतरा', कांग्रेस-JMM-RJD का आरोप

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें!यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी.बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार.जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news