सनातन संस्कृति में गाय को माता यूं ही नहीं कहा जाता. गौ के जरिए मानव जाति को इतने फायदे हैं कि आपके लिए गिनना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में आपको ये समझना जरूरी है कि 'पंचगव्य' हमारे लिए क्यों जरूरी है.
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Panchgavya: जब भी सेहत को बेहतर बनाने की बात आती है तो अक्सर आयुर्वेद का सहारा लेने की सलाह दी जाती है. इस विज्ञान से जुड़े कई एक्सपर्ट 'पंचगव्य' को अपनाने को स्वास्थ्यवर्धक बताते हैं. इस शब्द का जिक्र आते ही सबसे पहला ख्याल गौमूत्र, गोबर, दूध, दही, और घी का आता है. आयुर्वेद में इन पांचों के मिश्रण को ही 'पंचगव्य' कहा गया है. इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि सेहत के लिहाज से 'पंचगव्य' के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.
'पंचगव्य' के फायदे
1. दूध
'पंचगव्य' में गाय से बनी चीजों को शामिल किया गया है. सबसे पहले हम बात करते हैं दूध की, क्योंकि दूध में कैल्शियम, विटामिन बी-12, पोटेशियम, आयोडीन जैसे तत्त्व पाए जाते हैं. दूध इंसान की इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करता है. साथ ही दिमाग, हड्डी और मांसपेशियों को भी मजबूत करने का काम करता है.
2. गोबर
गोबर को काफी फायदेमंद माना गया है. आयुर्वेद के मुताबिक, गोबर से एक अर्क तैयार किया जाता है. जो क्रीम एक्जिमा, एलर्जी जैसे त्वचा रोगों के लिए इस्तेमाल होती है. इसके अलावा इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और विटामिन-बी 12 के गुण भी होते हैं. शरीर में दाद, खुजली या त्वचा से जुड़ी समस्या के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
3. गौमूत्र
गौमूत्र के फायदों से सभी वाकिफ ही हैं. इसे काफी हेल्थी माना गया है. पानी, यूरिया, मिनरल्स, एंजाइम्स, पोटेशियम, विटामिन्स और सोडियम के तत्वों के कारण लाभकारी होता है. दिल के मरीजों, कैंसर, टीबी, पीलिया, मिर्गी और हिस्टीरिया की बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है. हालांकि इसे एक्सपर्ट की सलाह पर ही लेना होता है.।
4. घी
घी को भी सेहत के लिए उपयोगी माना गया है. दूध से बने घी में कैल्शियम, विटामिन-ए, डी और ई पाए जाते हैं. ये दिमाग और शारीरिक विकास लिए बहुत ही कारगर होता है. इसको खाने से आंखों की रोशनी ठीक होती है. साथ ही अन्य बीमारियों में फायदेमंद साबित होता है.
5. दही
दही को सेहत के लिए काफी लाभकारी माना गया है. इसमें कैल्शियम, विटामिंस, प्रोटीन, मिनरल्स जैसे तत्व पाए जाते हैं. यह बच्चों और बड़े लोगों में डाइजेशन को मजबूत करने और भूख बढ़ाने का काम भी करता है.
(इनपुट- आईएएनएस)