50 के बाद भी आते हैं पीरियड्स? लेट मेनोपॉज हार्ट हेल्थ के लिए है फायदेमंद, शोध में हुआ खुलासा
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50 के बाद भी आते हैं पीरियड्स? लेट मेनोपॉज हार्ट हेल्थ के लिए है फायदेमंद, शोध में हुआ खुलासा

जिन महिलाओं को लेट से मेनोपॉज होता है वह उनकी सेहत के लिए बेहद अच्छा होता है. शोध में पाया गया है कि लेट मेनोपॉज से हार्ट संबंधी बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है. 

 

50 के बाद भी आते हैं पीरियड्स? लेट मेनोपॉज हार्ट हेल्थ के लिए है फायदेमंद, शोध में हुआ खुलासा

महिलाओं को पीरियड्स आना एक नेचुरल प्रोसेस हैं वहीं महिलाओं में पीरियड्स का खत्म होना भी एक नेचुरल प्रोसेस होता है. जब महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाता है तो इसे मेनोपॉज बोला जाता है. शोध में पाया गया है कि जिन महिलाओं में मेनोपॉज देरी से आता है उनकी रक्त नलिकाएंअधिक स्वस्थ रहती है, जिस वजह से हार्ट से संबंधी समस्याओं का रिस्क कम हो जाता है. 

महिलाओं को कम आता है स्ट्रोक 
शोध में पाया गया है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में  हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है.  वहीं मेनोपॉज के बाद उनका जोखिम तेजी से बढ़ जाता है और पुरुषों से अधिक हो जाता है. 

55 के बाद मेनोपॉज से हार्ट संबंधी बीमारियों का रिस्क कम 
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका सर्कुलेशन रिसर्च में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं 55 साल या उससे अधिक उम्र में मेनोपॉज में जाती हैं, उनमें दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना काफी कम होती है.  यह शोध अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर के वैज्ञानिकों ने किया है. इस शोध से नए इलाज और आहार संबंधी सुझाव विकसित करने में मदद मिल सकती है, जिससे महिलाओं में हृदय रोग का खतरा कम किया जा सके.  

देर से मेनोपॉज होना लाभकारी है 
शोध की प्रमुख शोधकर्ता सना डारविश के अनुसार, "हमारे अध्ययन से पता चला है कि देर से मेनोपॉज का शारीरिक रूप से लाभ होता है और यह पहला शोध है जिसने इसके पीछे के कारणों को समझने की कोशिश की है."

92 महिलाओं पर किया अधय्यन 
शोधकर्ताओं ने 92 महिलाओं की रक्त नलिकाओं के स्वास्थ्य का अध्ययन किया. उन्होंने ब्रैकियल आर्टरी फ्लो-मीटेड डाइलेशन नामक प्रक्रिया का उपयोग किया, जिससे यह जांचा गया कि उनकी मुख्य रक्त नलिका रक्त प्रवाह के अनुसार कितनी फैलती है.  परिणामों से पता चला कि मेनोपॉज वाली महिलाओं की रक्त नलिकाओं की कार्यक्षमता उन महिलाओं की तुलना में काफी खराब थी, जो अभी मेनोपॉज तक नहीं पहुंची थीं.  वैज्ञानिकों ने समझाया कि मेनोपॉज आने के बाद रक्त नलिकाओं का स्वास्थ्य तेजी से खराब होने लगता है. 

क्या कहता है अधय्यन 
हालांकि, लगभग 10% महिलाएं जो देर से मेनोपॉज में जाती हैं, इस प्रभाव से कुछ हद तक सुरक्षित रहती हैं.  शोध में यह भी पाया गया कि देर से मेनोपॉज वाली महिलाओं में रक्त नलिकाओं की कार्यक्षमता केवल 24% खराब हुई थी, जबकि सामान्य उम्र में रजोनिवृत्ति पाने वाली महिलाओं में यह गिरावट 51% थी. यह अंतर मेनोपॉज के पांच साल बाद भी बना रहा. देर से मेनोपॉज वाली महिलाओं में रक्त नलिकाएं सामान्य महिलाओं की तुलना में 44% अधिक स्वस्थ थीं. 

इसका एक कारण यह पाया गया कि इन महिलाओं की कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया बेहतर कार्य कर रहे थे और कम फ्री रेडिकल्स बना रहे थे. दोनों समूहों के रक्त परिसंचरण में भी अंतर देखा गया. देर से होने वाले समूह के रक्त में 15 विभिन्न लिपिड या वसा संबंधी मेटाबोलाइट्स का स्तर "अधिक अनुकूल" पाया गया.

इंटीग्रेटिव फिजियोलॉजी विभाग में सहायक अनुसंधान प्रोफेसर मैथ्यू रॉसमैन ने कहा, "हमारे अध्ययन के अनुसार, देर से मेनोपॉज वाली महिलाओं में प्राकृतिक रूप से रक्त नलिकाओं को क्षति से बचाने की क्षमता होती है."

इनपुट-आईएएनएस

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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