Cyber Fraud: ED ने आयरिश नागरिकों के साथ साइबर ठगी के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से ठगी गयी रकम भी बरामद कर ली गई है. इन आरोपियों की गिरफ्तारी बिहार और पश्चिम बंगाल में तीन जगहों पर छापेमारी के बाद की गयी.
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Cyber Fraud: ED ने आयरिश नागरिकों के साथ साइबर ठगी के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से ठगी गयी रकम भी बरामद कर ली गई है. इन आरोपियों की गिरफ्तारी बिहार और पश्चिम बंगाल में तीन जगहों पर छापेमारी के बाद की गयी. एजेंसी को जानकारी मिली थी की कुछ लोग विदेशी नागरिकों के साथ ठगी कर रहे हैं. खासतौर पर आयरिश नागरिकों के साथ सायबर ठगी की जा रही है.
आयरिश नागरिकों से ठगी का मामला
मामले में शिकायत की गई तो पता चला कि एक आयरिश महिला के साथ 950 यूरो यानी करीब 84,941.40 रुपये की ठगी की गयी थी. महिला के साइबर विभाग में शिकायत के बाद ED ने मामले की जांच शुरू की थी. एजेंसी को जांच में पता चला कि बिहार के पटना का रहने वाला नीतीश कुमार इस ठगी में शामिल है. आरोपी ने आयरिश महिला के साथ साइबर ठगी की और पैसे ऐंठ लिए.
बिहार से आरोपी की गिरफ्तारी
ठगी के पैसे को आरोपी ने भारत में अपने बैंक खातों में जमा किया. इस रकम को RDA Remittance के जरिये भारत में खातों में ट्रांसफर किया गया. एजेंसी ने आरोपी नीतीश को 20 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया और पूछताछ के लिये हिरासत में लिया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि नीतीश कुमार अकेला नहीं है जो इस तरह की ठगी में शामिल है. कुछ और भी अपराधी इस तरह से ठगी में शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल में फैला था नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक करीब आठ से दस लोग लोग विदेशी नागरिकों खासतौर पर आयरिश नागरिकों के साथ ठगी में शामिल हैं. ये लोग ठगी करने के बाद पैसों को Rewire Account के जरिये भारत में अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते हैं. ठगी करने वाले ये अपराधी ज्यादातर पश्चिम बंगाल के खडगपुर के हैं और वहीं से कॉल सेंटर या ठगी के नेटवर्क के जरिये विदेशी नागरिकों से जालसाजी कर रहे थे.
5 करोड़ से ज्यादा कैश जब्त
एजेंसी ने इन लोगों की जानकारी निकाली और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में तीन ठिकानों पर और खड़गपुर में एक ठिकाने पर छापेमारी की. ये छापेमारी 27 दिसंबर को की गयी थी. छापेमारी में एजेंसी को आरोपियों के पास से 1.85 करोड़ कैश और बैंक खातों में जमा 3.67 करोड़ मिले, जिसे जब्त किया गया. इसके अलावा आरोपियों के पास से काफी सारी जानकारी मिली, जिसका इस्तेमाल ये लोग आयरिश लोगों से ठगी में करते थे. 28 दिसंबर को सागर यादव और संतोष यादव नाम के दो आरोपियों को भी एजेंसी ने गिरफ्तार किया.