Nursery Admission: दिल्ली में नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए दाखिला प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. बहुत से पेरेंट्स ऐसे हैं, जिन्होंने कई स्कूलों के फॉर्म भरे हैं. जानिए क्या है इसके पीछे मुख्य वजह...
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Delhi Nursery Admission 2025: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी क्लास में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. नर्सरी में एडमिशन के लिए पेरेंट्स को बच्चों के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने होंगे. हालांकि, ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों ने ऑनलाइन फॉर्म जारी किए हैं. बावजूद इसके स्कूलों के बाहर जानकारी लेने के लिए अभिभावक की मौजूदगी देखी गई. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए दाखिला प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है. सरकारी जमीन पर बने प्राइवेट स्कूलों को 25 प्रतिशत कोटा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए रखना होता है.
नर्सरी, किंडरगार्टन और क्लास वन के लिए हो रहे एडमिशन
कई अभिभावकों ने गुरुवार को ही कई स्कूलों के फॉर्म भरे. कई अभिभावकों ने पूरा दिन अपने बच्चों का नर्सरी एडमिशन फॉर्म भरने में बिताया. दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने 28 नवंबर से दिल्ली के प्राइवेट, अनएडेड और मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिले के लिए यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की है. यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया नर्सरी, किंडरगार्टन और पहली कक्षा में बच्चों के एडमिशन के लिए शुरू की गई है.
पेरेंट्स को सता रही ये चिंता
नर्सरी में दाखिले के लिए कम से कम 3 साल और केजी के लिए बच्चे की उम्र 4 साल होनी चाहिए. इस साल दिल्ली के 1,741 प्राइवेट स्कूल इस दाखिला प्रक्रिया का हिस्सा बने हैं. साउथ दिल्ली में रहने वाली ऐना बक्शी ने बताया कि वह बेटी का नर्सरी में दाखिला कराना चाहती हैं. ऐना चाहती हैं कि उनकी बेटी को लोधी रोड स्थित उनकी पसंद के एक प्राइवेट स्कूल में दाखिला मिल जाए. हालांकि, ऐना पूरी तरह से आश्वस्त नहीं है कि उनकी बेटी का दाखिला इस स्कूल में हो पाएगा या नहीं. उनका कहना है कि उन्होंने अपने पसंदीदा स्कूल के अलावा आधा दर्जन अन्य स्कूलों के फॉर्म भरने का भी फैसला किया है.
एडमिशन कराना नहीं रहा आसान
एक अन्य अभिभावक दीप्ति शर्मा का कहना है कि नर्सरी क्लास में दाखिले के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है, क्योंकि सभी स्कूल में सीटों के मुकाबले आवेदकों की संख्या कहीं ज्यादा है. दीप्ति के मुताबिक बीते साल उन्होंने अपनी बेटी को नर्सरी में एडमिशन दिलाने के लिए 4 स्कूलों में फॉर्म भरा था, लेकिन कहीं भी नंबर नहीं आया. इस कारण अब उनकी बेटी को घर से दूर स्कूल जाना पड़ता है. दीप्ति का कहना है कि उन्होंने इस बार अपने घर के आसपास के करीब 11 स्कूलों में रजिस्ट्रेशन कराने का फैसला किया है.
एडमिशन के लिए क्राइटेरिया तय
छोटे बच्चों के दाखिले के लिए स्कूलों द्वारा लॉजिकल एडमिशन क्राइटेरिया तय किया जाता है. स्कूलों द्वारा तय क्राइटेरिया और एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन शेयर किए गए हैं. दिल्ली के स्कूलों में ऑनलाइन आवेदन की लास्ट डेट 20 दिसंबर है. आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूल चयनित बच्चों की पहली लिस्ट 17 जनवरी 2025 को जारी करेंगे. उसके बाद दूसरी और तीसरी लिस्ट भी जल्दी आ सकती है. दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक प्राइवेट स्कूल दाखिला फॉर्म के लिए 25 रुपये से ज्यादा रजिस्ट्रेशन चार्ज नहीं ले सकते है. वहीं, अभिभावकों के लिए प्रॉस्पेक्टस खरीदना भी ऑप्शनल है.
नर्सरी में एडमिशन के लिए दिल्ली के ज्यादातर प्राइवेट स्कूल ऐसे बच्चों को वरीयता देते हैं जो स्कूल के नजदीक रहते हैं. स्कूलों के क्राइटेरिया की बात करें यह हर स्कूल में अलग-अलग हो सकता है. बावजूद इसके ज्यादातर स्कूल लड़कियों के दाखिले को वरीयता देते हैं. स्कूल में एक भाई या बहन पहले से पढ़ रहा हो उसके दूसरे भाई या बहन को एडमिशन में वरीयता दी जाती है. अगर सिंगल पेरेंट्स के बच्चों को भी कई स्थानों पर वरीयता दी जाती है.
(इनपुट- आईएएनएस)