द‍िवाली की सफाई में म‍िले 2000 के नोट? RBI की सुव‍िधा से लाइन में लगने का झंझट खत्‍म
Advertisement
trendingNow11941318

द‍िवाली की सफाई में म‍िले 2000 के नोट? RBI की सुव‍िधा से लाइन में लगने का झंझट खत्‍म

Reserve Bank of India: आरबीआई ने 19 मई को 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी. इन नोटों को बैंकों में जमा करने के साथ अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदलने की सुविधा लोगों को दी गई थी.

द‍िवाली की सफाई में म‍िले 2000 के नोट? RBI की सुव‍िधा से लाइन में लगने का झंझट खत्‍म

RBI On 2000 Rupee Note: अगर आपको भी द‍िवाली की सफाई में 2000 रुपये के नोट म‍िले हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. जी हां, अब आप 2,000 रुपये के नोट अपने बैंक अकाउंट में जमा कराने के लिए उन्हें इंश्‍योर्ड डाक के माध्‍यम से आरबीआई के रीजनल ऑफ‍िस में भेज सकते हैं. यह उन लोगों के लिए एक आसान विकल्प है जो आरबीआई के रीजनल ऑफ‍िस से दूर रहते हैं.

लाइन में खड़े होने की परेशानी से बच सकेंगे

आरबीआई (RBI) के रीजनल डायरेक्‍टर रोहित पी. ने कहा, ‘हम ग्राहकों को सबसे सहज व सुरक्षित तरीके से उनके खाते में सीधे राशि जमा कराने के वास्ते बीमाकृत डाक के जरिए 2,000 रुपये के नोट आरबीआई को भेजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. यह उन्हें निर्दिष्ट शाखाओं तक यात्रा करने और कतार में खड़े होने की परेशानियों से बचाएगा.’

दोनों विकल्प अत्यधिक सुरक्षित
उन्होंने कहा कि टीएलआर तथा बीमित पोस्ट, दोनों विकल्प अत्यधिक सुरक्षित हैं और जनता के मन में इन विकल्पों को लेकर कोई डर नहीं होना चाहिए. अकेले दिल्ली कार्यालय को अब तक करीब 700 टीएलआर फॉर्म मिले हैं. उन्होंने कहा कि आरबीआई अपने संचार में अपने कार्यालयों में विनिमय सुविधा के अलावा इन दो विकल्पों को फिर शामिल कर रहा है.

आरबीआई ने 19 मई को 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी. इन नोटों को बैंकों में जमा करने के साथ अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदलने की सुविधा लोगों को दी गई थी. आरबीआई के मुताबिक, इस तरह 19 मई 2023 तक चलन में मौजूद 2,000 रुपये मूल्य के कुल नोट में से 97 प्रतिशत से अधिक नोट अब वापस आ चुके हैं.

इन नोटों को बदलने या बैंक खातों में जमा कराने की समय सीमा पहले 30 सितंबर थी. बाद में यह समयसीमा सात अक्टूबर तक बढ़ा दी गई. बैंक शाखाओं में जमा और विनिमय दोनों सेवाएं सात अक्टूबर को बंद कर दी गई थीं. (Input : भाषा)

Trending news