Vande Bharat Sleeper Express: इस ट्रेन में पैसेंजर की सेफ्टी के साथ-साथ लोको पायलट और अटेंडेट्स की सुविधाओं को पूरा ध्यान रखा गया है. वंदे भारत स्लीपर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कवच सिस्टम से लैस होगी.
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Vande Bharat sleeper train: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का बाट जोह रहे लोगों के लिए जल्द ही इंतजार खत्म होने वाला है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बेंगलुरु स्थित रेल कोच फैक्ट्री का दौरा कर वंदे भारत स्लीपर कोच के प्रोटाटाइप का निरीक्षण किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि इसका ट्रायल शुरू करने में डेढ़ से दो महीने का समय लगेगा. जबकि तीन महीने बाद यह ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी.
उन्होंने आगे कहा कि ट्रेन को आम आदमी के लिए चलाने से पहले इसे कई और कठोर परीक्षणों से गुजरा जाएगा. उम्मीद है कि यह नया स्लीपर वेरिएंट यात्री सुविधा, गति और सुरक्षा के मामले में राजधानी एक्सप्रेस से आगे निकल जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि वंदे भारत स्लीपर मिडिल क्लास की सवारी है. इसलिए इसका किराया भी राजधानी एक्सप्रेस के आस-पास होगा.
अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस
वंदे भारत स्लीपर अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस होगी. इसमें पैसेंजर की सेफ्टी के साथ-साथ लोको पायलट और अटेंडेट्स की सुविधाओं को पूरा ध्यान रखा गया है. वंदे भारत स्लीपर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कवच सिस्टम से लैस होगी.
इसके अलावा इसमें दिव्यांग यात्रियों के लिए स्पेशल बर्थ और टॉयलेट की सुविधा होगी. ट्रेन में मेट्रो की तरह ही अनाउंसमेंट और विजुअल इन्फॉर्मेशन सुविधा होगी. साथ ही रीडिंग लाइट, इनसाइड डिस्प्ले पैनल और सिक्योरिटी कैमरे जैसे फीचर्स होंगे.
यात्रियों को मिलेंगी लग्जरी सुविधाएं
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की टेस्टिंग स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है. जबकि अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की हिसाब से चलेगी. स्व-चालित ट्रेन सेट होने की वजह से यह ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में तेजी से अपनी स्पीड बढ़ा और घटा सकती है. इस ट्रेन में 11 कोच थर्ड एसी के, 4 कोच सेकेंड एसी के और 1 कोच फर्स्ट एसी के होंगे. इस ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगे. फर्स्ट एसी कोच में यात्रियों के लिए गर्म पानी के शॉवर की सुविधा होगी.