Shaktikanta Das: दास ने उद्योग मंडल फिक्की कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई ने होम और व्हीकल खरीद के अलावा छोटे कारोबारियों द्वारा लिये जाने वाले लोन को इससे अलग रखा है.
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Inflation Rate News: पिछले कुछ महीने से महंगाई में गिरावट आई है. आम जनता ने राहत की सांस ली है. आरबीआई गवर्नर ने शक्तिकांत दास ने कहा कि इसके बावजूद केंद्रीय बैंक की पैनी महंगाई पर बनी हुई है. उन्होंने पिछले दिनों महंगाई के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने और अब गिरावट आने के बाद यह बात कही. दास उद्योग मंडल फिक्की और भारतीय बैंक संघ के संयुक्त रूप से आयोजित सालाना एफआई-बीएसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि के बावजूद भारतीय रुपये ने कम अस्थिरता और व्यवस्थित उतार-चढ़ाव का प्रदर्शन किया है.
बैंकिंग सिस्टम को सुचारू बनाये रखना मकसद
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हाल ही में अनसेफ माने जाने वाले कुछ लोन के नियमों को बदलना बैंकिंग सिस्टम को सुचारू बनाये रखने के मकसद से किया गया है. यह एक एहतियाती कदम है. दास ने उद्योग मंडल फिक्की कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई ने होम और व्हीकल खरीद के अलावा छोटे कारोबारियों द्वारा लिये जाने वाले लोन को इससे अलग रखा है. इसका कारण उन्हें विकास के मोर्चे पर जो लाभ हो रहा है, उसे बनाये रखना है.
बैंकों में कोई नया दबाव पैदा होता नहीं दिख रहा
उन्होंने कहा, ‘हमने हाल ही में व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने को ध्यान में रखकर सोच-विचारकर कुछ उपायों की भी घोषणा की है. ये उपाय एहतियाती हैं. ये उपाए सोच-विचारकर और लक्ष्य के हिसाब से किये गये हैं.’ दास ने यह भी कहा कि उन्हें फिलहाल बैंकों में कोई नया दबाव पैदा होता नहीं दिख रहा है. लेकिन वे चाहते हैं कि बैंक सतर्क रहे और दबाव परीक्षण जारी रखे. उन्होंने कहा कि कुछ एनबीएफसी-एमएफआई, उच्च ब्याज मार्जिन की सूचना दे रहे हैं.
आरबीआई ने उन्हें समझदारी से दर को निर्धारित करने में लचीला रुख अपनाने के लिए कहा है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हालांकि महंगाई दर में नरमी के संकेत हैं. लेकिन केंद्रीय बैंक कीमत वृद्धि पर पैनी नजर रखे हुए है. रुपये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल के बढ़ने के बावजूद घरेलू मुद्रा में उतार-चढ़ाव कम रहा है और वह व्यवस्थित था. दास ने निरंतर उच्च वृद्धि, मूल्य को टिकाऊ रूप से स्थिर करने और कीमत वृद्धि के झटके को कम करने के लिये एग्रीकल्चर मार्केटिंग और संबंधित मूल्य सीरीज में सुधारों की भी वकालत की. (इनपुट भाषा से भी)