IRCTC: तेलंगाना के रेलवे स्टेशनों का डेवपलमेंट अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत किया जाएगा. योजना में हैदराबाद, सिकंदराबाद और चेर्लापल्ली के प्रमुख स्टेशन समेत कुल 38 रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया है.
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Indian Railways Plan: अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो आपने नोटिस किया होगा कि रेलवे की तरफ से लगातार यात्री सुविधाओं पर काम किया जा रहा है. सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत के सफल संचालन के बाद रेलवे की तरफ से बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. पिछले दिनों दो बुलेट ट्रेन सेट के लिए बीईएमएल (BEML) को कॉन्ट्रैक्ट भी दिया गया है. इसके अलावा भी रेलवे की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने पर काम किया जा रहा है. देश के अलग-अलग स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत डेवलप किया जा रहा है.
हैदराबाद, सिकंदराबाद और चेर्लापल्ली समेत 38 स्टेशनों का नाम
अब भारतीय रेलवे की तरफ से आने वाले महीनों में तेलंगाना के लिए 38 रेलवे स्टेशनों के डेवलपमेंट का फैसला किया गया है. तेलंगाना के रेलवे स्टेशनों का डेवपलमेंट अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत किया जाएगा. योजना में हैदराबाद, सिकंदराबाद और चेर्लापल्ली के प्रमुख स्टेशन समेत कुल 38 रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया है. इन स्टेशनों के विकास पर कुल 1830.4 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. 1830 करोड़ में से सिकंदराबाद स्टेशन पर 700 करोड़ का खर्च किया जाएगा. इसके अलावा हैदराबाद को 309 करोड़ से विकसित किया जाएगा.
अधिकांश स्टेशन पर डेवलपमेंट का काम चल रहा
इसका सीधा मतलब यह हुआ कि बाकी बचे करीब 800 करोड़ रुपये से 36 स्टेशनों को विकसित किया जाएगा. चेर्लापल्ली स्टेशन को सेटेलाइट टर्मिनल में बदलने का प्लान है. यह अपने आप में अनूठा कदम है और देश में बहुत कम स्टेशनों पर यह सुविधा है. भारतीय रेलवे का मकसद इन सभी स्टेशन पर आधुनिक यात्री सुविधाएं देना है. रेलवे की तरफ से ABSS प्रोग्राम को व्यापक रूप से पेश किया है. इसके पीछे का मकसद रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण करना है. अधिकांश स्टेशन पर अभी डेवलपमेंट चल रहा है.
साउथ सेंट्रल रेलवे के अनुसार स्टेशन रीडेवलपमेंट कॉम्प्रीहेंसिव मास्टर प्लान का पालन किया जाएगा. रेलवे की तरफ से स्टेशनों पर किये जाने वाले काम में स्टेशन फेस, एंट्रेंस को चौड़ा करना, कनेक्टिंग सड़कों को चौड़ा करना, स्पष्ट साइनेज लगाना, पैदल यात्री मार्ग को तैयार करना और पार्किंग विकसित करना आदि शामिल है. इसके अलावा इन स्टेशनों के बाहर लाइटिंग की पहले से बेहतर व्यवस्था की जाएगी. इस पहल के जरिये 'एक स्टेशन, एक उत्पाद' योजना को भी बढ़ावा दिया जाएगा.