फर्राटे भर रही देश की इकॉनमी, बुलंदियों पर रियल एस्टेट, 10 साल के टॉप पर घरों की मांग , रिपोर्ट में जानिए महानगरों का हाल
Advertisement
trendingNow12321384

फर्राटे भर रही देश की इकॉनमी, बुलंदियों पर रियल एस्टेट, 10 साल के टॉप पर घरों की मांग , रिपोर्ट में जानिए महानगरों का हाल

देश में रियल एस्टेट की मांग हाई पर है. देश के रियल एस्टेट मार्केट नई ऊंचाईयों को छू रहा है. रियल एस्टेट की रौनक पिछली छमाही में बरकरार रही. मांग में तेजी बनी रहने के चलते ही मकानों की बिक्री 11 साल के उच्च स्तर, 1.73 लाख यूनिट पर पहुंच गई.

real estate

India Property Demand: देश में रियल एस्टेट की मांग हाई पर है. देश के रियल एस्टेट मार्केट नई ऊंचाईयों को छू रहा है. रियल एस्टेट की रौनक पिछली छमाही में बरकरार रही. मांग में तेजी बनी रहने के चलते ही मकानों की बिक्री 11 साल के उच्च स्तर, 1.73 लाख यूनिट पर पहुंच गई. रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक ने अपने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि देश के बड़े शहरों में रिल एस्टेट को लेकर अहम बाते रही है.  

10 सालों के उच्चतम स्तर पर 
 
जनवरी-जून में आवासीय बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 10 साल के शिखर पर पहुंच गई है. देश में 2024 की पहली छमाही में भारतीय रियल एस्टेट बाजार में तेजी बनी रही, जिससे मकानों की बिक्री 11 साल के उच्च स्तर, 1.73 लाख इकाई पर पहुंच गई. नाइट फ्रैंक के अनुसार, इस दौरान देश के आठ प्रमुख शहरों में कार्यालय की मांग रिकॉर्ड 3.47 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई. वार्षिक आधार पर इस वर्ष जनवरी से जून के बीच आठ प्रमुख शहरों में आवासीय बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 1,73,241 इकाई हो गई, जबकि कार्यालय स्थान की मांग 33 प्रतिशत बढ़कर 3.47 करोड़ वर्ग फुट रही. 

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मजबूत आर्थिक बुनियाद तथा स्थिर सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण भारत का रियल एस्टेट बाजार पिछली कुछ तिमाहियों में तेजी से बढ़ा है. उन्होंने बृहस्पतिवार को ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसके परिणामस्वरूप आवासीय तथा कार्यालय स्थानों की मांग दशक भर में सबसे अधिक रही. 

भारत के टॉप शहरों का हाल 

उन्होंने कहा कि 2024 की पहली छमाही (जनवरी-जून) में कुल बिक्री में प्रीमियम आवास की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत रही. मुंबई में आवासीय बिक्री जनवरी-जून 2024 में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 47,259 इकाई रही, जबकि शहर में कार्यालय स्थान की मांग 79 प्रतिशत बढ़कर 58 लाख वर्ग फुट हो गई. दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आवासीय बिक्री चार प्रतिशत घटकर 28,998 इकाई रह गई, हालांकि कार्यालय स्थान की मांग 11.5 प्रतिशत बढ़कर 57 लाख वर्ग फुट हो गई. बेंगलुरू में आवासीय बिक्री में चार प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और यह 27,404 इकाई हो गई जबकि कार्यालय मांग 21 प्रतिशत बढ़कर 84 लाख वर्ग फुट हो गई.

पुणे में आवासीय बिक्री 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 24,525 इकाई रही, जबकि कार्यालय स्थान की मांग 88 प्रतिशत बढ़कर 44 लाख वर्ग फुट हो गई. चेन्नई में आवासीय मांग में उछाल और कार्यालय स्थान की मांग में इस अवधि में गिरावट आई. हैदराबाद, कोलकाता और अहमदाबाद में आवासीय तथा कार्यालय स्थान की मांग दोनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. रिपोर्ट पर गुरुग्राम स्थित रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर आवासीय संपत्तियों की मांग मजबूत बनी हुई है, जिसे उच्च आर्थिक वृद्धि तथा बुनियादी ढांचे के विकास से बल मिला है.उन्होंने कहा, ‘‘ डेवलपर इस मांग का लाभ उठाने के लिए रणनीतिक रूप से नई परियोजनाएं शुरू कर रहे हैं.’’ प्रॉपर्टी फर्स्ट रियल्टी के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी भावेश कोठारी ने कहा, ‘‘ संभावित खरीदारों के बीच मकान खरीदने की बढ़ती इच्छा और स्थिर ऋण दरें इस वृद्धि की प्रवृत्ति को मुख्य रूप से बढ़ावा दे रही हैं.

Trending news