Salary Hike: कई कंपनियां ज्यादा सैलरी देती है तो कई कंपनियां कम सैलरी देती है. ऐसे ही कई देश सैलरी देने के मामले में काफी आगे हैं तो कई देश सैलरी देने के मामले में काफी पीछे हैं. ऐसे में हम यहां आज उन देशों के बारे में बताने वाले हैं, जहां ज्यादा सैलरी दी जाती है. आइए जानते हैं इनके बारे में...
Trending Photos
Salary in India: देश और दुनिया में करोड़ों लोग ऐसे हैं, जो सैलरी पर काम करते है. इससे ही उनकी आमदनी होती है. हर महीने आने वाली सैलरी से लोग अपने खर्चे निकालते हैं और अपनी जरूरतों की भी पूर्ति करते हैं. वहीं कई कंपनियां ज्यादा सैलरी देती है तो कई कंपनियां कम सैलरी देती है. ऐसे ही कई देश सैलरी देने के मामले में काफी आगे हैं तो कई देश सैलरी देने के मामले में काफी पीछे हैं. ऐसे में हम यहां आज उन देशों के बारे में बताने वाले हैं, जहां ज्यादा सैलरी दी जाती है. आइए जानते हैं इनके बारे में...
यहां मिलती है ज्यादा सैलरी
World of Statistics के मुताबिक सबसे ज्यादा एवरेज मंथली सैलरी यूरोप के देश स्विट्जरलैंड में दी जाती है. यहां की औसत सैलरी करीब 6298 डॉलर है. इसके बाद दूसरे नंबर पर लक्जमबर्ग है, जहां एवरेज मंथली सैलरी 5122 डॉलर है. इसके बाद तीसरे नंबर पर सिंगापुर है, जहां 4990 डॉलर एवरेज मंथली सैलरी है.
इन देशों ने भी किया कमाल
वहीं चौथे नंबर पर अमेरिका है. अमेरिका की एवरेज मंथली सैलरी 4664 डॉलर है. इसके बाद पांचवें नंबर पर आइसलैंड का नाम आता है. आइसलैंड की मंथली सैलरी 4383 डॉलर है. इसके बाद कतर का नंबर आता है. कतर का औसर मासिक वेतन 4147 डॉलर है. वहीं आठवें नंबर पर नीदरलैंड्स का नाम है, जहा एवरेज मासिक सैलरी 3550 है.
भारत की क्या है स्थिति?
इसके बाद नौवें नंबर पर यूएई 3511 डॉलर की एवरेज मंथली सैलरी है. वहीं दसवें नंबर पर नॉर्वे 3510 डॉलर पर है. वहीं अगर भारत की बात की जाए तो भारत इस लिस्ट में काफी नीचे है. भारत का नंबर 64वें पायदान पर आता है. भारत की मंथली एवरेज सैलरी 594 डॉलर है. ऐसे में भारत को टॉप 10 देशों की लिस्ट में शामिल होने के लिए काफी मेहनत करनी होगी.