Gold Jewellery: सोने के गहने पर सरकार की सख्ती, खास डिजाइन की ज्वैलरी के इंपोर्ट पर लगाई रोक, जानिए क्या है पूरा मामला
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Gold Jewellery: सोने के गहने पर सरकार की सख्ती, खास डिजाइन की ज्वैलरी के इंपोर्ट पर लगाई रोक, जानिए क्या है पूरा मामला

Gold Jewellery Import: अगर आप सोने के गहने खरीदते हैं, स्टोन और डायमंड से जड़ी गोल्ड जूलरी की डिजाइनें आपको आकर्षिक करती है तो ये खबर आपको थोड़ा निराश कर सकती है, मोदी सरकार ने खास प्रकार से गोल्ड जूलरी के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है.

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Gold Jewellery Import: अगर आप सोने के गहने खरीदते हैं, स्टोन और डायमंड से जड़ी गोल्ड ज्वैलरी आपको आकर्षिक करती हैं तो ये खबर आपको थोड़ा निराश कर सकती है. मोदी सरकार ने खास प्रकार से गोल्ड ज्वैलरी के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. केंद्र सरकार ने रत्नों और कीमती पत्थरों से सजे खास तरह के गोल्ड ज्वैलरी के इंपोर्ट पर पाबंदी लगाने का फैसला किया. मंगलवार को केंद्र सरकार ने स्टोन और कीमती पत्थरों से जुड़े हुए कुछ खास तरह के सोने के गहनों के इंपोर्ट पर रोक लगा दी है. सरकार का ये फैसला इंडोनेशिया और तंजानिया से कीमती गुड्स के इंपोर्ट को कम कर सकता है.

खास तरह की गोल्ड ज्वैलरी के इंपोर्ट पर पाबंदी  

अगर आपको जेम्स और कीमती स्टोन से जड़े सोने की ज्वैलरी खरीदने का शौक है तो ये खबर आपके लिए खास हो जाती है. सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक मोती, स्टोन, खास किस्म के हीरे (डायमंड) या फिर दूसरे कीमत स्टोर या  प्रीशियस स्टोन से जड़े सोने की ज्वैलरी के इंपोर्ट पर पाबंदी लगा दी गई है. सरकार ने इस तरह के सोने के गहनों के इंपोर्ट को मुक्त से अंकुश कैटेगरी में कर दिया है. यानी अब इस तरह के गहनों का आयात फ्री में नहीं होगा, बल्कि इसे रेस्ट्रिक्टेड कैटेगरी में डाल दिया गया है.  

क्यों लिया गया फैसला  

सरकार ने इन खास तरह की गोल्ड ज्वैलरी को फ्री से हटाकर रेस्ट्रिक्शन कैटेगरी में डाल लिया है.  यानी इसका मतलब है कि इस तरह के गुड्स के आयात के लिए सरकार से लाइसेंस/ अनुमति लेने की जरूरत होती है.दरअसल बीते कुछ दिनों में इंडोनेशिया और तंजानिया से इस तरह के प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट में बेतहाशा इजाफा देखने को मिला है, जिसकी वजह से घरेलू बिक्री पर निगेटिव असर देखने को मिल रहा था. घरेलू बाजार और घरेलू कारीगरों के हित को देखते हुए सरकार ने ये फैसला किया है.  हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत और संयुक्त राष्ट्र अमीरात के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) में इंपोर्ट ऑथराइजेशन के बावजूद भी इस तरह के जड़ाऊ गोल्ड ज्वैलरी के इंपोर्ट की मंजूरी लेनी होगी.

लगातार बढ़ रहा  गोल्ड इंपोर्ट

बता दें कि भारत का गोल्ड इंपोर्ट लगातार बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का सोने का आयात 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर पर पहुंच गया.  वित्त वर्ष 2022-23 में सोने का आयात 35 अरब डॉलर रहा था . इस साल मार्च में सोने का आयात 1.53 अरब डॉ लर रहा. स्विट्जरलैड सोने का सबसे बड़ा सोर्स है. कुल सोने के इंपोर्ट में इसकी हिस्सेदारी 40 फीसदी की है.  बता दें कि चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. भारत अपनी जरूरत का अधिक हिस्सा इंपोर्ट करता है. 

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