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Domestic Flight: वो जमाना पुराना हो गया, जब लोग फ्लाइट के महंगे टिकट की वजह से दूरी बनाते थे. बीते कुछ सालों से फ्लाइट से सफर करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. एयर ट्रैफिक में बीते साल 6 फीसदी का उछाल आया है, सिर्फ डोमेस्टिक लाइन में एयर पैसेंजर ट्रैफिक 2024 में 6.12 प्रतिशत बढ़कर 16.13 करोड़ हो गया है, जो कि पिछले साल 15.2 करोड़ था. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारत की कमर्शियल एयरलाइंस में दिसंबर 2024 में 1.49 करोड़ से अधिक यात्रियों ने उड़ान भरी थी. यह पिछले साल के दिसंबर 2023 के आंकड़े 1.38 करोड़ से 8.19 प्रतिशत अधिक है. दिसंबर में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 64.4 प्रतिशत थी। वहीं, एयर इंडिया की हिस्सेदारी 26.4 प्रतिशत थी.
सबसे ज्यादा फायदा इस एयरलाइंस को
इसके अलावा,अकासा एयर और स्पाइसजेट की हिस्सेदारी क्रमशः 4.6 प्रतिशत और 3.3 प्रतिशत थी. डीजीसीए डेटा के मुताबिक, घरेलू एयर पैसेंजर ट्रैफिक में इंडिगो की हिस्सेदारी 2023 में 60.5 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 61.9 प्रतिशत हो गई, एयरलाइन में वर्ष के दौरान 9.99 करोड़ घरेलू यात्रियों ने उड़ान भरी. इसी अवधि में स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत से घटकर 3.7 प्रतिशत रह गई। बजट एयरलाइन में 2024 में 60 लाख हवाई यात्रियों ने उड़ान भरी. दिसंबर में ऑन-टाइम परफॉरमेंस (ओटीपी) के आंकड़े बताते हैं कि इंडिगो का ओटीपी सबसे अधिक 73.4 प्रतिशत था, उसके बाद एयर इंडिया (67.6 प्रतिशत), अकासा एयर (62.7 प्रतिशत), स्पाइसजेट (61.5 प्रतिशत) और एलायंस एयर (55.6 प्रतिशत) का स्थान था. दिसंबर में शेड्यूल्ड घरेलू एयरलाइनों की कुल उड़ान रद्द होने की दर 1.07 प्रतिशत रही। उड़ान रद्द होने से 67,622 यात्री प्रभावित हुए.
आंकड़ों से यह भी पता चला कि उड़ान में देरी के कारण 2.8 लाख यात्री प्रभावित हुए और एयरलाइनों ने दिसंबर में सुविधा के लिए 3.78 करोड़ रुपये का भुगतान किया. एयरलाइंस देश में बढ़ती हवाई यात्रा की मांग को पूरा करने के लिए अपनी फ्लीट के साथ-साथ नेटवर्क का भी विस्तार कर रही हैं, जो भारत को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक विमानन बाजारों में से एक बनाता है. एयर इंडिया के पास 300 विमानों की फ्लीट है। एयरलाइन का मानना है कि अगले 3 वर्षों में उसकी फ्लीट का आकार करीब 400 विमानों का होगा.आईएएनएस