Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किया. जिसमें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को 1,071.05 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया.
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Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किया. जिसमें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को 1,071.05 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया. इस साल के बजट में CBI को चालू वित्त वर्ष के मुकाबले 84.12 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी मिली है. इससे पहले 2024-25 के बजट में CBI को 951.46 करोड़ रुपये मिले थे. जिसे बाद में संशोधित कर 986.93 करोड़ रुपये कर दिया गया था.
CBI को बढ़ी हुई रकम का कहां होगा इस्तेमाल?
बजट दस्तावेजों के अनुसार इस राशि का इस्तेमाल CBI के आधारभूत ढांचे और अन्य महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह धनराशि एजेंसी को लोक सेवकों, निजी व्यक्तियों, कंपनियों और अन्य गंभीर मामलों में भ्रष्टाचार की जांच और अभियोजन में मदद के लिए दी जा रही है.
CBI के आधुनिकीकरण पर खास जोर
बजट में CBI के प्रशिक्षण केंद्रों के आधुनिकीकरण और तकनीकी और फॉरेंसिक सहायता इकाइयों की स्थापना पर जोर दिया गया है. यह कदम एजेंसी की जांच प्रक्रियाओं को और अधिक सटीक और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है. साथ ही आधुनिक तकनीकों से लैस फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए भी राशि आवंटित की गई है.
नए कार्यालयों और आवासीय भवनों के निर्माण की योजना
CBI के विस्तार और उसकी कार्यक्षमता को मजबूत करने के लिए इस बजट में भूमि खरीद, कार्यालयों और आवासीय भवनों के निर्माण का भी प्रावधान किया गया है. यह पहल CBI अधिकारियों को बेहतर कार्य वातावरण उपलब्ध कराने और उनके कार्यस्थल को सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
CBI के लिए बढ़ा बजट कितना फायदेमंद?
CBI के बजट में बढ़ोतरी हुई है लेकिन यह वृद्धि बहुत अधिक नहीं मानी जा रही है. एस्पर्ट्स का मानना है कि डिजिटल और साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए CBI को और अधिक वित्तीय सहयोग की जरूरत हो सकती है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अपराधों की जांच में एजेंसी की भूमिका को देखते हुए तकनीकी संसाधनों में और निवेश की जरूरत हो सकती है.
क्या इस बजट से CBI की कार्यक्षमता बढ़ेगी?
CBI को मिले इस नए बजट से उसकी कार्यक्षमता को निश्चित रूप से बढ़ावा मिलेगा. विशेष रूप से फॉरेंसिक और तकनीकी सहायता में सुधार, जांच अधिकारियों के प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे के विस्तार से CBI की दक्षता में वृद्धि होगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह वित्तीय सहायता CBI की मौजूदा चुनौतियों को हल करने के लिए पर्याप्त साबित होगी या नहीं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)