Reliance Infra: एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि तेजी के समय (जब भाव मजबूत हो) तो शेयर की बेचना अच्छा हो सकता है. कुछ जानकारों का यह भी कहना है कि रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में अभी गिरावट का रुझान है.
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Reliance Infra Share Price: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure Ltd) के शेयर में मंगलवार को तेजी देखी गई. कारोबारी सत्र के दौरान शेयर एक बार 6 प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर 177.25 रुपये तक पहुंच गया. कारोबारी सत्र के अंत में यह शेयर करीब ढाई प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर 170.80 रुपये पर बंद हुआ. शेयर का 52 हफ्ते का हाई लेवल 308 रुपये और लो लेवल 131.40 रुपये है. दिनभर के कारोबारी सत्र के दौरान शेयर 166.75 रुपये के लो लेवल तक भी गया.
रिलायंस इंफ्रा के शेयर में और गिरावट
जानकारों का मानना है कि कि रिलायंस इंफ्रा के शेयर में अभी और गिरावट आ सकती है. यदि गिरावट आती है तो इसे 165 रुपये, 154 रुपये, 150 रुपये और 145 रुपये के करीब सपोर्ट मिल सकती है. लेकिन यदि शेयर में तेजी आती है तो यह चढ़कर 178-182 रुपये के आसपास लग सकती है. एक एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि तेजी के समय (जब भाव मजबूत हो) तो शेयर की बेचना अच्छा हो सकता है. कुछ जानकारों का यह भी कहना है कि रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में अभी गिरावट का रुझान है.
150 रुपये के करीब अच्छी सपोर्ट मिल सकती है
वैशाली पारेख ने बताया कि 150 रुपये के करीब इसे अच्छी सपोर्ट मिल सकती है. जिगर पटेल कहते हैं कि 165 रुपये पर सपोर्ट और 178 पर रोक लग सकती है. अगर भाव 178 से ऊपर जाकर बंद होता है तो फिर इसमें तेजी आ सकती है. इसके बाद रेट चढ़कर 200 रुपये तक जा सकता है. आने वाले कुछ महीनों में शेयरों की कीमत 155 से 200 रुपये के बीच रहने की संभावना है. एआर रामचंद्रन का कहना है कि रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में गिरावट बनी रह सकती है.
उनका कहना है कि यदि किसी दिन का कारोबार 182 रुपये से ऊपर बंद होता है तो निकट भविष्य में शेयरों की कीमत 228 रुपये तक भी जा सकती है. एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रुद्रपोक डे का कहना है कि रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में अभी कमजोरी का रुझान है. यह कमजोरी आने वाले समय में भी बनी रह सकती है. भाव ऊपर जाने पर इन शेयरों को बेचना फायदेमंद हो सकता है. भाव नीचे आने पर 145-150 रुपये तक गिर सकता है.
आपको बता दें अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की यह कंपनी बिजली, सड़क, मेट्रो और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए इंजीनियरिंग और निर्माण सेवाएं प्रदान करने में लगी है. मार्च 2024 तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 16.50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.