Surya Rashi Parivartan: भगवान सूर्य तुला राशि वालों के सुख और लाभ भाव में पहुंचकर अच्छे फल देंगे. हालांकि, दिल और दिमाग को सजग रखना होगा, क्योंकि सूर्य का ताप इस राशि वालों को थोड़ा क्रोधित बना सकता है.
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Surya Gochar 2023: राशियों में भ्रमण करते हुए सूर्य देव अब मकर राशि से कुंभ राशि में 13 फरवरी को सुबह 9.47 बजे प्रवेश करेंगे. कुंभ राशि में रहने के कारण इसे कुंभ संक्रांति कहा जाता है. यहां पर वह 15 मार्च तक रहेंगे. सूर्य देव का यह राशि परिवर्तन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विशेष महत्व वाला रहेगा, क्योंकि कुंभ राशि में शनि देव पहले से ही विराजमान हैं. अब सूर्य यानी शनि के पिता भी वहां पहुंच जाएंगे. सूर्य का राशि परिवर्तन सभी राशियों पर कुछ न कुछ प्रभाव डालता है. आइए जानते हैं कि तुला राशि पर सूर्य के इस परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ने वाला है.
सूर्य देव तुला राशि के सुख के स्थान से अब दिमाग यानी उच्च शिक्षा और संतान के घर में प्रवेश करने जा रहे हैं. तुला राशि वालों के लिए सूर्य लाभ के स्वामी हैं. ऐसे में इस राशि के लोगों को लाभ लेने के लिए नियमों का कठोरता के साथ पालन करना होगा, क्योंकि खुद को ऊर्जावान रखते हुए पेंडिंग कार्यों को पूरा करने का अब समय है. संतान सुख की प्राप्ति होगी, लेकिन सूर्य का ताप उन्हें थोड़ा क्रोधित बना सकता है.
इस राशि के लोगों को मन और दिमाग दोनों को कार्य के प्रति सजग रहना होगा. वर्तमान समय में जैसा कार्य करेंगे, भविष्य में वैसा ही फल प्राप्त होगा. सभी निर्णयों गहन विचार करने के बाद ही फैसला लें, जल्दबाजी से काम करने का समय कतई नहीं है. ऑफिस में अलर्ट रहना होगा और कोई भी काम हाथ से नहीं जाने देना है. बॉस को प्रसन्न रखने में ही भलाई है. 15 फरवरी के बाद से मनोबल मजबूत होगा, लेकिन 12 मार्च तक कर्ज लेने से बचना होगा.
जिन व्यापारियों के सरकारी कार्य अटके हैं, उन्हें इस ओर लग जाना चाहिए, कार्य बनने की पूरी संभावना दिख रही है. इस महीने के अंत तक टेलीकम्युनिकेशन, आईटी और स्पोर्ट्स से जुड़े व्यापार अच्छी गति पकड़ सकते हैं.
जो युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, यदि इस एक माह के भीतर पेपर देते हैं तो अच्छा रिजल्ट पा सकेंगे. उच्च शिक्षा पाने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है. विद्यार्थी वर्ग पढ़ाई को विधिवत पूरा करें और पढ़ते समय सिर्फ पढ़ाई पर ही फोकस करें.
पिता के आज्ञा का पालन आपको प्राथमिक रूप से करना होगा, मार्गदर्शन लेने से बिगड़ते काम भी बन जाएंगे. संतान यदि युवा है तो उनके साथ मित्रवत व्यवहार रखना होगा, इस समय आपके और संतान के विचारों में मेल नहीं होगा. बीमारी को लेकर यदि कई दिनों से परेशान चल रहे हैं तो योग और प्राणायाम करते हुए उसे सुधारने का प्रयास करें, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का समय चल रहा है.