Uttarakhand Politics: कांग्रेस पार्टी के रियासती सद्र करन माहरा ने अपने एक बयान से इशारों में भाजपा पर हमला बोला है. जिसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वार-पलटवार का दौर शुरु हो गया है और उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है. जानिए पूरी ख़बर.
Trending Photos
Uttarakhand Politics: उत्तराखंड की सियासत में इन दिनों 'गर्लफ्रैंड' को लेकर एक नया तनाज़ा छिड़ गया है. इस एक लफ़्ज़ को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग चल रही है. दरअसल सोशल मीडिया में वायरल हो रहे कांग्रेस के रियासती सद्र करन माहरा के एक वीडियो को लेकर सियासत गरमा गई है. ये सियासी जंग करन माहरा के एक बयान को लेकर शुरु हुई है. दरअसल कांग्रेस के रियासती सद्र करन माहरा ने कांग्रेस की एक मीटिंग में अपने बयान में ये कह दिया कि कुछ लोग कांग्रेस पार्टी में दिखते ज़रूर हैं लेकिन उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड को बीजेपी जॉइन करा दी है. करन माहरा यहीं नहीं रुके उन्होने मज़ीद कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस में कई एजेंट छोड़ रखे हैं जो दिन भर कांग्रेस दफ्तर में बैठते हैं लेकिन शाम को बीजेपी लीडरान से उनके घर पर मिलते हैं. ज़ाहिर है बीजेपी इस पर ख़ामोश कैसे रहती, लिहाज़ा करन माहरा के इस बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया.
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के इस बयान के बाद उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया है. हालांकि करन माहरा ने किसी लीडर का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान पर तनाज़ा शुरू हो गया. सवाल उठने लगे कि आखिर उत्तराखंड कांग्रेस सद्र का निशाना किस पर है ? आखिर वो किस कांग्रेस लीडर की बात कर रहे हैं, जिसकी गर्लफ्रेंड बीजेपी में है और खुद कांग्रेस में है ? बीजेपी ने तो करन माहरा के इस बयान को औरतों की बेइज्जती से जोड़ दिया और इल्ज़ाम लगाया कि करन माहरा नाज़ेबा अल्फाज़ का इस्तेमाल किया है.
बीजेपी के एतराज़ात के बावजूद उत्तराखंड कांग्रेस सद्र करन माहरा अपने बयान पर कायम हैं.उन्हें इसमें कोई ग़लती नज़र नहीं आती है. अपने बयान पर सफाई देते हुए करन माहरा एक अजीबो-गरीब बात बोल गए. उन्होंने कहा कि अगर कोई औरत किसी ग़ैर मर्द की दोस्त होती है, तो उसे क्या कहा जाता है, तो वो गर्लफ्रेंड ही हुई ना?
जिस तरह से उत्तराखंड की सियासत में बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग चल रही है, उसे देखते हुए लगता है कि 'गर्लफ्रेंड' को लेकर शुरू हुई सियासी जंग आगे भी जारी रहेगी. कांग्रेस और बीजेपी के दरमियान चल रहे सियासी घमासान में अभी और बयानबाज़ियों भी हो सकती हैं. इस सबके बीच ये जानना दिलचस्प होगा कि गर्लफ्रेंड का नाम उजागर कब तक होता है .