Paksitan News: बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने साल 2024 में 302 हमले किए, जिनमें कथित तौर पर 580 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. जबकि 370 से ज्यादा घायल हुए. पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ बीएलएल क्यों है? आखिर पाकिस्तान की टेंशन बढ़ाने वाली BLA क्या है, इसका इतिहास और इसकी क्या मांगे हैं? आइए जानते हैं...
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इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना एक तरफ बॉर्डर पर तालिबान का सामना कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ देश के अंदर कई सालों से बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) से चुनौतियां का सामना कर रही है. सरकार और पाक सेना को नाक में दम करने वाली BLA ने शनिवार को पाकिस्तानी सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला किया. इस हमले में 47 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई. इसे लेकर बीएलए ने रविवार को दावा किया कि उसकी 'फिदायनी यूनिट' मजीद ब्रिगेड ने शनिवार को बलूचिस्तान के तुर्बत के पास एक पाकिस्तानी सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें 47 कर्मियों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा घायल हो गए.
'द बलूचिस्तान पोस्ट' की रिपोर्ट में ग्रुप के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि हमला तुर्बत शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर बेहमान इलाके में शाम करीब 5:45 बजे हुआ.जीयंद ने कहा कि हमले का टारगेट 13 गाड़ियों के काफिला था, जिसमें पांच बसें और सात सैन्य वाहन शामिल थे, जो कराची से तुर्बत में फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) हेडक्वार्टर्स जा रहे थे, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ बीएलएल क्यों है? आखिर पाकिस्तान की टेंशन बढ़ाने वाली BLA क्या है, इसका इतिहास और इसकी क्या मांगे हैं? आइए जानते हैं...
बीएलए का क्या है इतिहास?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) या बलूच लिबरेशन आर्मी एक बलूच जातीय राष्ट्रवादी चरमपंथी संगठन है. माना जाता है कि यह ग्रुप मुख्य रूप से साउथ अफगानिस्तान में क्रेंदित है और यहीं से यह पड़ोसी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रोविंस में हमले करता है. यह अक्सर पाकिस्तान सशस्त्र बलों, नागरिकों और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाता है.
बीएलए का क्या है असल मकसद?
BLA का असल मकसद बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद करना है, जो पाकिस्तानी सरकार पर बलूचिस्तान के विशाल प्राकृतिक संसाधनों ( तेल, सोना, तांबा और अन्य खदानों ) का दोहन करने और क्षेत्र में गंभीर मानवाधिकारों के हनन का इल्जाम लगाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BLA को बलूचिस्तान में एक्टिव सबसे बड़ा सशस्त्र समूह माना जाता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीएलए के कई हजार मेंबर हैं.
20 साल से सबसे ज्यादा सक्रिय
बीएलए 20 साल से ज्यादा वक्त से सक्रिय है और ज्यादातर छोटे हमले करता रही है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में इसने पाकिस्तान में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है. 'द बलूचिस्तान पोस्ट' के मुताबिक साल 2024 में बलूचिस्तान में हिंसक गतिविधियों में तीव्र वृद्धि देखी गई, क्योंकि 'स्वतंत्रता समर्थक उग्रवादी ग्रुप्स ने पाकिस्तानी राज्य के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए. बीएलए, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ), बलूच राजी आजोई संगर (बीआरएएस) और अन्य ऑर्गेनाइजेशन ने कथित तौर पर मिलिट्री फोर्सेज, बुनियादी ढांचे और राज्य सहयोगियों को निशाना बनाकर सैकड़ों हमले किए.
2024 में बीएलए ने किए 302 हमले
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सामूहिक रूप से इन ग्रुप्स ने 938 हमले किए, जिसमें 1002 से ज्यादा मौतें और 689 घायल हुए हैं. वहीं, कम से कम 546 संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है. 2024 में बीएलए सबसे एक्टिव ग्रुप बना रहा, जिसने 302 हमले किए, जिनमें कथित तौर पर 580 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. जबकि 370 से ज्यादा घायल हुए. कम से कम 171 हमलों में प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचा.
इन 7 देशों ने BLA को किया आंतकी घोषित
ग्रुप ने 21 जिलों में 240 इलाकों में ऑपरेशन करने का दावा किया. रिपोर्ट के मुताबिक इसके करीब 52 लड़ाके मारे गए, जिनमें से ज्यादातर मजीद ब्रिगेड के थे. मजीद ब्रिगेड हाई-प्रोफाइल आत्मघाती हमलों को अंजाम देती है. बीएलए ने कहा कि मजीद ब्रिगेड ने 2024 में 6 बड़े ऑपरेशन किए, जिससे कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान हुआ.BLA को पाकिस्तान, ईरान, चीन, यूनाइटेड किंगडम, USA, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन घोषित किया है.