Sambhal Jama Masjid: मोहम्मद खालिद ने एसपी को शपथ पत्र देकर कहा कि मस्जिद के सामने बन रही चौकी की जमीन के बारे में जानकारी सामने आने पर हम अपना दावा छोड़ रहे हैं. यह जमीन सरकारी है. पुलिस चौकी की जमीन से उनके परिवार का कोई हक नहीं है.
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Sambhal News: संभल शाही जामा मस्जिद के सामने निर्माणाधीन सत्यव्रत पुलिस चौकी को लेकर किए जा रहे तमाम दावे गलत निकले. यह पुलिस चौकी वक्फ की प्रोपर्टी पर नहीं बन रही है, बल्कि सत्यवर्ती पुलिस चौकी सरकारी जमीन पर बनाई जा रही है. इसका खुलासा मंगलवार को इस जमीन पर दावा करने वाले समद के परिवार के मुहम्मद खालिद ने खुद किया है. उन्होंने इस जमीन पर किसी तरह के दावे को खारिज करते हुए SP दफ्तर में एक शपथ पत्र भी पुलिस को सौंपा है. हालांकि, उन्होंने बताया कि अभी तक जमीन की देखभाल हमारे परिवार वाले ही कर रहे थे.
मोहम्मद खालिद ने एसपी को शपथ पत्र देकर कहा कि मस्जिद के सामने बन रही चौकी की जमीन के बारे में जानकारी सामने आने पर हम अपना दावा छोड़ रहे हैं. यह जमीन सरकारी है. पुलिस चौकी की जमीन से उनके परिवार का कोई सरोकार नहीं है.
बता दें, संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद जिला प्रशासन के आदेश पर मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी का निर्माण का काम हो रहा है, लेकिन इस चौकी की जमीन पर दावा किया जा रहा था कि इस पुलिस चौकी वक्फ की प्रोपर्टी पर बनाई जा रही है.
सपा डेलिगेशन ने दस्तावेज सौंपे थे
इसे लेकर सियासत भी जमकर हुई थी. हैदराबाद से सांसद व AIMIM के मुखिया असदुद्दीन औवेसी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर क्फ संपत्ति से संबंधित दस्तावेज पोस्ट कर सरकार पर निशाना भी साधा था. साथ ही 30 दिसंबर को समाजवादी पार्टी के एक डेलिगेशन ने भी संभल जिला प्रशासन को 20 बिंदुओं पर आधारित दस्तावेज सौंपे थे.
1990 से अब्दुल समद के परिवार जमीन की कर रहे देख रेख
दस्तावेज के मुताबिक, सपा डेलिगेशन ने बताया था कि साल 1929 में अब्दुल समद नाम के शख्स ने अपनी प्रोपर्टी को वक्फ कर दिया था. हालांकि, जिला प्रशासन के जांच में सभी दावे गलत निकले. वहीं, मृतक अब्दुल समद के 90 साल के नाती मुहम्मद खालिद, जो मियां सराय के रहने वाले हैं उन्होंने SP संभल को दिए शपथ पत्र पर बताया कि जामा मस्जिद के सामने बन रही सत्यव्रत पुलिस चौकी वक्फ की प्रोपर्टी नहीं है और ये सरकारी जमीन है. उन्होंने बताया कि वे सिर्फ इस जमीन की देख रेख करते थे.