Justice Shekhar Yadav: मुसलमानों को गलियाने वाले जज ने बंद कमरे में गिरगिराया, बाहर निकलकर बन गए इज्ज़तदार!
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2626994

Justice Shekhar Yadav: मुसलमानों को गलियाने वाले जज ने बंद कमरे में गिरगिराया, बाहर निकलकर बन गए इज्ज़तदार!

Shekhar Yadav Controversial Statement: इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव ने मुसलमानों के लिए 'कठमुल्ला' शब्द का इस्तेमाल किया था और कहा था कि देश को बहुमत के हिसाब से चलाना चाहिए. हाईकोर्ट के जज के इस बयान पर पूरे देश में भारी हंगामा हुआ था.

Justice Shekhar Yadav: मुसलमानों को गलियाने वाले जज ने बंद कमरे में गिरगिराया, बाहर निकलकर बन गए इज्ज़तदार!

Shekhar Yadav Controversial Statement: इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव ने विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में विवादित बयान देते हुए मुसलमानों के लिए 'कठमुल्ला' शब्द का इस्तेमाल किया था और कहा था कि देश को बहुमत के हिसाब से चलाना चाहिए. हाईकोर्ट के जज के इस बयान पर पूरे देश में भारी हंगामा हुआ था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने संज्ञान लिया था, जिसके बाद जस्टिस यादव कॉलेजियम के सामने व्यक्तिगत रूप से पेश हुए थे. 

वहीं, इस मामले को लेकर जस्टिस यादव ने माफी मांगने से भी इनकार कर दिया था और कहा था कि मैं कुछ गलत नहीं कहा. अब इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर कुमार यादव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जज और कॉलेजियम के मेंबर रहे जस्टिस ऋषिकेश रॉय ने कई अहम खुलासे किए हैं. 

जस्टिस यादव ने CJI से मांगी थी माफी- जज
जस्टिस  ऋषिकेश रॉय ने कहा, "जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कॉलेजियम के साथ मीटिंग में कहा था कि मैं आप लोगों से माफी मांग लेता हूं. मैं आपसे माफी मांगने के लिए तैयार हूं. इस पर चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि बंद कमरे में माफी मांगने का कोई मतलब नहीं है. ऐसा आपको सार्वजनिक तौर पर माफी मांगना चाहिए."

सार्वजनिक माफी मांगने की थी डिमांड
सुप्रीम कोर्ट से 31 जनवरी को रिटायर होने वाले जस्टिस रॉय ने कहा कि जस्टिस शेखर कुमार यादव ने सार्वजनिक माफी की बात को मान लिया था. वह यह कहते हुए मीटिंग से निकले थे, लेकिन आज तक माफी नहीं मांगी है. यही नहीं उन्होंने तो अपने एक जवाब में यहां तक कहा था कि मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है. 

माफी नहीं मांगने पर इन-हाउस इन्क्वॉयरी शुरू
जस्टिस रॉय ने कहा, "ऐसा लगता है कि बाद में उनका विचार बदल गया. पहले तो वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए तैयार हो गए थे. जस्टिस ऋषिकेश रॉय ने उनके इस व्यवहार को लेकर चिंता जाहिर की. ऐसा एक और वाकया हुआ था, जब एक जज ने ऐसा ही बयान दिया था. तब उन्होंने बाद में माफी मांग ली थी. जस्टिस यादव ने भी पब्लिक में माफी की बात कही, लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया है. अब चीफ जस्टिस ने इन-हाउस इन्क्वॉयरी शुरू की है."

जस्टिस रॉय ने कहा, "उन्होंने कॉलेजियम के सभी 5 जजों के सामने कहा था कि मैं आप सभी लोगों से माफी मांगता हूं. वह उस समय तैयार थे, लेकिन चीफ जस्टिस ने जब पब्लिक में माफी की मांग की तो वह तैयार हो गए. वहां से निकले तो फिर ऐसा नहीं किया."

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि समान नागरिक संहिता पर एक भाषण देते हुए जस्टिस शेखर कुमार यादव ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि देश का सिस्टम बहुसंख्यकों के हिसाब से चलेगा. उन्होंने कहा था कि परिवार में आखिर जिस बात को ज्यादा लोग मानते हैं, वही होता है. इसके अलावा उन्होंने मुस्लिमों के लिए कठमुल्ला शब्द का इस्तेमाल किया था. इसी मामले पर उन्हें कॉलेजियम ने समन जारी किया था.

Trending news