Sonu Sood Kangana Ranaut: हाल ही में बॉलवुड एक्टर सोनू सूद ने कहा कि हर दुकान पर इंसानियत का बैनर लगना चाहिए. इस पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने उनसे पूछा कि क्या 'हलाल' इंसानियत में बदल दें?
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Sonu Sood Kangana Ranaut: भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत और सोनू सूद के दरमियान कांवड़ यात्रा पर बहस जारी है. दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड यात्रा के दौरान दुकानदारों से कहा है कि वह दुकान के बैनर पर अपना नाम लिखें, ताकि लोगों को ये पता चल जाए कि वह होटल हिंदू या मुस्लिम का है. सरकार के इस फैसले पर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना ने सोनू सूद से उनका स्टैंड पूछा है.
कंगना ने सोनू से पूछा सवाल
इससे पहले बॉलीवुड के जाने माने एक्टर सोनू सूद ने एक पोस्ट में कहा था कि दुकानों के बैनर पर सिर्फ इंसानियत लिखा जाना चाहिए. इस पर कंगना ने उनसे सवाल पूछा. दोनों के बहस का मुद्दा उत्तर प्रदेश सरकार वह आदेश है, जिसमें कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान सभी दुकानदार बैनर पर अपना नाम लिखें ताकि हिंदू और मुस्लिम की पहचान हो सके.
There should be only one name plate on every shop : “HUMANITY”
— sonu sood (@SonuSood) July 19, 2024
सोनू सूद ने किया ट्वीट
सोनी सूद ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि "हर दुकान पर एक ही नाम प्लेट होनी चाहिए 'इंसानियत'." सोनू सूद की इस पोस्ट की कई यूजर ने आलोचना की है. इस पोस्ट को यूजर्स ने उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की तरह लिया. सोनू सूद को जवाब देते हुए कंगना ने एक्स पर कहा कि "सहमत, हलाल को 'ह्यूमेनिट' से बदल देते हैं."
Agree, Halal should be replaced with “ HUMANITY” https://t.co/EqbGml2Yew
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 19, 2024
जावेद अख्तर ने की आलोचना
इस मामले पर लेखक जावेद अख्सर ने भी अपनी राय रखी थी. उन्होंने इस मामले पर सरकार की आलोचना की है. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि "उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की पुलिस ने हिदायत दी है कि एक खास धर्म की यात्री के रास्ते पर जितने भी रेस्टोरेंट और गाड़ियां हैं, उन पर आने वाले दिनों में उनके मालिकों के नाम लिखे जाएं. क्यों? जर्मनी में नाजी के दौर में वह खास घरों और दुकानों पर एक निशान लगाते थे."
हलाल सर्टिफिकेट के खिलाफ कार्रवाई
रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया था कि कांवड़ यात्री के रास्ते में आने वाली सभी खाने और पीने की दुकानों पर श्रद्धालुओं की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए उनके मालिकों के नाम लिखे जाएं. इसके अलावा जो लोग हलाल सर्टिफिकेट के तहत अपना माल बेच रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. इस मामले पर भाजपा और विपक्ष में राजनीति शुरू हो गई है.