Babar Azam: पाकिस्तान की कैबिनेट में मीटिंग में हुआ बाबर आजम की अंग्रेजी का जिक्र, जानिए क्यों?
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Babar Azam: पाकिस्तान की कैबिनेट में मीटिंग में हुआ बाबर आजम की अंग्रेजी का जिक्र, जानिए क्यों?

Babar Azam English: पाकिस्तान की कैबिनेट मीटिंग में क्रिकेट टीम के कप्तन बाबर आजम की अंग्रेजी का जिक्र हुआ है. इससे पहले शोएब अख्तर भी कह चुके हैं कि बाबर आजम को अंग्रेजी नहीं आती इसलिए वो एक स्टार नहीं बन सकता.

Babar Azam: पाकिस्तान की कैबिनेट में मीटिंग में हुआ बाबर आजम की अंग्रेजी का जिक्र, जानिए क्यों?

Babar Azam English: पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के ज़रिए अंग्रेजी ठीक से ना बोल पाने का मामला एक बार फिर उछल गया है. बार बार सोशल मीडिया पर मीम्स और वीडियोज के ज़रिए पाकिस्तानी क्रिकेटर्स का मज़ाक बनता है. लेकिन अब खुद उनके देश में भी बनना लगा है. दरअसल हकीकत को ज्यादा दिनों तक दबाया नहीं जा सकता. अब खुद पाकिस्तानी ही अपने खिलाड़ियों की अंग्रेजी पर सवाल खड़े करने लगे हैं. 

पिछले दिनों दिग्गज गेंदबाज शोएब अख्तर ने बाबर आज़म को लेकर कहा था कि वो एक बड़ा ब्रान्ड नहीं बन सकता, क्योंकि उसे बोलना ही नहीं आता. अब यही मामला पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में भी उठ गया है. सीनेट की मीटिंग में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम की अंग्रेजी का जिक्र हुआ. सीनेट सेशन में जमात-ए-इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक अहमद ने सदन में उर्दू को राष्ट्रभाषा ऐलान करने के संबंध में प्रस्ताव पेश किया.

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सीनेटर मुश्ताक अहमद ने कहा कि बाबर आजम क्रिकेट जगत के ब्रांड हैं, शोएब अख्तर का कहना है कि बाबर आजम अंग्रेजी नहीं बोल सकते थे इसलिए स्टार नहीं बन सके. सीनेटर मुश्ताक अहमद ने कहा कि पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक उर्दू को राजभाषा का दर्जा दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने उर्दू को राजभाषा घोषित करने का फैसला किया है, उर्दू को राजभाषा घोषित किया जाना चाहिए और उर्दू भाषा का सभी में इस्तेमाल होना चाहिए. कार्यालयों, न्यायपालिका को अपना निर्णय लेना चाहिए.

बता दें कि हाल ही में एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए शोएब अख्तर ने बाबर आजम की बात करने की क्षमता के बारे में बात की. शोएब अख्तर ने कहा कि 'आज कोई क्रिकेटर वसीम अकरम, वकार यूनुस, इमरान खान और शाहिद अफरीदी जैसा सुपरस्टार नहीं है. जिसकी दुनिया मुरीद है, क्योंकि हमारे लड़के बात करना नहीं जानते. इस वजह से वे लोगों से जुड़ नहीं पाते.' .

उन्होंने कहा कि 'आजकल सिर्फ परफॉर्मेंस से काम नहीं चलता, मीडिया बहुत अहम किरदार अदा करता है. क्रिकेट एक नौकरी है और मीडिया एक अलग काम है, अगर आप बोल नहीं सकते हैं, तो आप टीवी पर अपने प्रदर्शन का वर्णन कैसे करेंगे?'

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