नई दिल्ली: What Is Jaish al-Adl: ईरान ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक की है. पाकिस्तान का कहना है कि ईरान द्वारा की गई एयरस्ट्राइक में हमारे दो बच्चे मारे गए और तीन बच्चे घायल हुए हैं. जबकि ईरान का दावा है कि एयरस्ट्राइक आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर हुई है और इनके दो ठिकाने तबाह कर दिए गए हैं. हालांकि, अभी तक ये जानकारी सामने नहीं आई है कि हमले से इस आतंकी संगठन को कितना नुकसान हुआ है. ऐसे में पहला सवाल ये उठता है कि जैश अल-अदल क्या है?
क्या है जैश अल-अदल?
जैश अल-अदल अरबी भाषा से लिया गया है, इसका मतलब है न्याय की सेना. इसे पहले जुंदाल्लाह के नाम से जाना जाता था. यह भी एक आतंकी संगठन था, जो बम धमाके किया करता था. साल 2000 में ईरान के खिलाफ एक हिंसक विद्रोह हुआ. इससे ईरान-पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में मार-काट होने लगी. साल 2010 में ईरान ने जुंदाल्लाह के नेता अब्दोलमलेक रिगी को मार गिराया. जुंदाल्लाह को ग्लोबल टेरेरिस्ट संगठन करार दिया गया है. इसके आतंकी कई बार ईरानी पुलिस के जवानों का अपहरण कर चुके हैं
कैसे बदला संगठन का नाम
सीरिया की बशर अल-असद सरकार को ईरान समर्थन करता रहा है. यह बात आतंकी सलाहुद्दीन फारूकी को ठीक नहीं लगी और उसने साल 2012 में जुंदाल्लाह को जैश अल-अदलनाम दिया. फिर नए सिरे से आंतकी ऑपरेशन शुरू किए गए. जैश अल-अदल सिस्तान-बलूचिस्तान से संचालित होता है. माना जाता है कि इस संगठन के तीन देशों में खासे संपर्क हैं. इनमें ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान शामिल हैं.
कूलभूषण जाधव से क्या कनेक्शन
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावे के तौर पर बताया गया है कि जैश अल-अदल का कूलभूषण जाधव मामले में भी हाथ है. दावा है कि जब भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव ईरान में बिजनेस कर रहे थे, तब इसी आतंकी संगठन ने उनका अपहरण किया और उन्हें पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया. इसके बाद सेना ने कूलभूषण पर जासूसी के आरोप लगाए.
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