ट्रंप ने बढ़ाई मिडिल ईस्ट में टेंशन! अमेरिका से 900 किलो वजनी बम पहुंचे इजरायल

अमेरिका से भारी बमों की खेप इजरायल पहुंच गई है. रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बाइडेन प्रशासन ने इस खेप को रोक दिया था. इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमके-84 2,000-पाउंड के बमों से लदा एक जहाज शनिवार रात को अशदोद बंदरगाह पहुंचा. जहाज के बंदरगाह पहुंचने के बाद बमों को दर्जनों ट्रकों में लादकर इजरायली एयरबेस ले जाया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 16, 2025, 02:40 PM IST
  • इजरायली रक्षा मंत्री ने की सराहना
  • अमेरिका का छठा सबसे भारी बम
ट्रंप ने बढ़ाई मिडिल ईस्ट में टेंशन! अमेरिका से 900 किलो वजनी बम पहुंचे इजरायल

नई दिल्लीः अमेरिका से भारी बमों की खेप इजरायल पहुंच गई है. रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बाइडेन प्रशासन ने इस खेप को रोक दिया था. इजरायली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमके-84 2,000-पाउंड के बमों से लदा एक जहाज शनिवार रात को अशदोद बंदरगाह पहुंचा. जहाज के बंदरगाह पहुंचने के बाद बमों को दर्जनों ट्रकों में लादकर इजरायली एयरबेस ले जाया गया.

इजरायली रक्षा मंत्री ने की सराहना

रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बमों के आगमन की सराहना करते हुए कहा, 'ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी की गई गोला-बारूद की खेप शनिवार रात इजरायल में पहुंची. यह वायु सेना और इजरायल डिफेंस सोर्सेज (आईडीएफ) के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है. यह इजरायल और अमेरिका के बीच मजबूत गठबंधन का एक और सबूत है.'

मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर 2023 में युद्ध की शुरुआत के बाद से 678 परिवहन विमानों और 129 जहाजों के माध्यम से 76 हजार टन से ज्यादा सैन्य उपकरण इजरायल पहुंचे हैं, जिनमें से अधिकांश अमेरिका से आए हैं.

अमेरिका का छठा सबसे भारी बम

एमके-84 (मार्क-84) या बीएलयू-117, 2 हजार पाउंड (900 किलो) का अमेरिकी एयरक्राफ्ट बम है. यह मार्क 80 सीरीज के हथियारों में सबसे बड़ा है. वियतनाम युद्ध के दौरान सेवा में आने के बाद से इसका इस्तेमाल अमेरिका ने आमतौर पर किया है. यह फिलहाल अमेरिका का छठा सबसे भारी बम है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 जनवरी को कहा था कि उन्होंने अमेरिकी सेना को निर्देश दिया है कि वह पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से इजरायल को 2,000 पाउंड के बमों की आपूर्ति पर लगाई गई रोक को हटा दें.

बाइडेन ने डिलीवरी पर लगाई थी रोक

ट्रंप ने कहा था, 'हमने उन्हें (बम) आज भेज दिया. और वे उन्हें अपने पास रखेंगे. उन्होंने उनके लिए भुगतान किया और वे लंबे समय से उनका इंतजार कर रहे थे.' पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन बमों की डिलीवरी पर रोक लगा दी थी, क्योंकि उन्हें चिंता थी कि ये फिलिस्तीनी एन्क्लेव में इजरायल के युद्ध के दौरान नागरिक आबादी, विशेष रूप से गाजा के राफा में इस्तेमाल हो सकते हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन प्रशासन ने 7 अक्टूबर, 2023 इजरायल पर हमास हमले के बाद इजरायल को हजारों 2,000 पाउंड के बम भेजे थे, लेकिन एक शिपमेंट पर रोक लगा दी थी.

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