भारत का Diamond किसे कहा जाता है? जानिए इस शख्स के बारे में

Diamond of India: गोपाल कृष्ण गोखले को सामाजिक सुधारों और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण के कारण 'भारत का हीरा' कहा जाता है. उन्होंने भारत की प्रगति के लिए काम किया और स्वशासन प्राप्त करने के लिए संवैधानिक तरीकों की वकालत की.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Jan 18, 2025, 05:47 PM IST
  • गोपाल कृष्ण गोखले को 'भारत का हीरा' क्यों कहा जाता है?
  • गोपाल कृष्ण गोखले कौन थे?
भारत का Diamond किसे कहा जाता है? जानिए इस शख्स के बारे में

Who is Diamond of India? इतिहास देखेंगे तो भारत में कई ऐसे लोगों ने जन्म लिया, जिनके योगदान ने देश को आकार दिया है. ऐसे ही एक व्यक्ति अपने मजबूत नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद इसके एकीकरण दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी विरासत लाखों लोगों को प्रेरित करती है और भारत के इतिहास पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ती है.

भारत का हीरा (Diamond of India)
भारत के इतिहास में एक सम्मानित नेता और समाज सुधारक गोपाल कृष्ण गोखले को अक्सर 'भारत का हीरा' कहा जाता है. उन्होंने सामाजिक सुधारों, शिक्षा और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति अपने समर्पण के कारण यह उपाधि अर्जित की. उन्होंने महात्मा गांधी सहित कई लोगों का मार्गदर्शन किया और भारत के बेहतर भविष्य के लिए अथक प्रयास किया.

गोपाल कृष्ण गोखले को 'भारत का हीरा' क्यों कहा जाता है?
सामाजिक सुधारों और शिक्षा के प्रति अपने समर्पण के कारण गोपाल कृष्ण गोखले को 'भारत का हीरा' कहा जाता है. उन्होंने भारत की प्रगति के लिए काम किया और स्वशासन प्राप्त करने के लिए संवैधानिक तरीकों की वकालत की. उनके उदार विचारों और शिक्षा के माध्यम से समाज के उत्थान के प्रयासों ने उन्हें सम्मान दिलाया. गोखले ने महात्मा गांधी से भी अपने विचार व्यक्त किए और भविष्य के नेताओं को प्रेरित किया, जिससे वे भारत की स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए.

गोपाल कृष्ण गोखले कौन थे?
गोपाल कृष्ण गोखले एक प्रभावशाली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे. 1866 में जन्मे, उन्होंने शिक्षा, महिलाओं के अधिकारों और सामाजिक सुधारों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गोखले भारत के लिए स्वशासन प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण, संवैधानिक तरीकों में विश्वास करते थे. उन्होंने भारत के कल्याण के लिए काम करने के लिए सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की.

गोपाल कृष्ण गोखले के बारे में
-गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म 9 मई, 1866 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा एलफिंस्टन कॉलेज, मुंबई से पूरी की और बाद में बॉम्बे विश्वविद्यालय में अध्ययन किया.
-गोखले का निधन 19 फरवरी, 1915 को हुआ. उनकी विरासत भारतीय राजनीति में उनके योगदान, सामाजिक सुधारों और गांधीजी जैसे नेताओं के मार्गदर्शन के माध्यम से जारी है.

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